सोशल साइटों का इस्तेमाल करने वालों ने ब्रिगेडियर जनरल यहिया सरी को भाने और अच्छी लगने वाली आवाज़ का स्वामी बताया है और दुश्मन उनसे डरते हैं।
ब्रिगेडियर जनरल यहिया सरी यमन की सशस्त्र सेना के प्रवक्ता हैं और उन्हें वर्ष 2018 में इस पद पर नियुक्त किया गया था और जब कोई ख़बर होती है तो वे यमनी सेना के बयान को पढ़ते हैं।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार अभी हाल ही में सोशल साइटों पर यहिया सरी की एक वीडियो प्रकाशित हुई है जिसमें वह विशेष शैली में अमेरिका और ज़ायोनी सरकार को यमन को लक्ष्य बनाये जाने के बारे में चेतावनी दे रहे हैं।
यहिया सरी इस वीडियो में अमेरिका और ज़ायोनी सरकार को संबोधित करते हुए कहते हैं कि अगर दुश्मन के पास रेड लाइन है तो हमारे पास वह रेड लाइन भी नहीं है हम ऐसी जगहों को निशाना बनायेंगे कि न दुश्मन न कोई दूसरा यहां तक कि यमनी जनता और दूसरे राष्ट्र भी उसकी कल्पना नहीं कर सकते।
सोशल साइटों का इस्तेमाल करने वालों ने यहिया सरी को जिनसे दुश्मन डरते हैं मन पसंद आवाज़ वाले व्यक्ति का नाम दिया है।
सोशल साइट X के यूज़रकर्ता सलवा उमर ने यहिया सरी द्वारा पढ़ने जाने वाले बयान के अंदाज़ व शैली की ओर संकेत करते हुए लिखा है कि यह आवाज़ बेजोड़ और बहुत अच्छी है।
सोशल साइट X के एक अन्य यूज़रकर्ता Bedouine यहिया सरी से दुश्मनों के भय की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमेरिका और इस्राईल यहिया सरी से डरते हैं।
सैयद मोहम्मद नक़ीब भी एक अन्य X यूज़रकर्ता हैं उन्होंने अपने ट्वीट में उन ख़बरों की ओर संकेत किया जो यहिया सरी दुश्मनों को रणक्षेत्र से देते हैं और उसमें दुश्मनों के विरुद्ध प्रतिरोध को जारी रखने पर बल देते हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि तुम मर्द और यमनी भाई हो अल्लाह तुम्हारी रक्षा करे"
मगर यहिया सरी कौन हैं?
यहिया सरी वर्ष 1970 में यमन के सादा प्रांत में पैदा हुए थे और उनका बचपना सादगी में गुज़रा परंतु उन्होंने कड़ी राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों को सामना किया….
उन्होंने Bachelor और Political Science के विषय में मास्टर की डिग्री प्राप्त की है और सैन्य मामलों में बहुत अधिक रूचि के कारण वह जवानी में ही यमनी सेना की एक इकाई से जुड़ गये। यहिया सरी ने सैन्य मामलों में विस्तृत पैमाने पर प्रशिक्षण हासिल किया और अपनी योग्यताओं के कारण यमन की सशस्त्र सेना में विशेष स्थान प्राप्त कर लिया।
वर्ष 2015 में यमन युद्ध आरंभ होने और उसमें गति आने के बाद यहिया सरी यमन की सशस्त्र सेना से जुड़ गये और शीघ्र ही वह यमनी सेना के एक वरिष्ठ कमांडर में परिवर्तित हो गये और वर्ष 2018 में ब्रिगेडियर जनरल के पद तक पहुंच गये।
यमन के अंसारुल्लाह संगठन की सेनाओं के मध्य भी उनका विशेष स्थान है और वर्ष 2018 में यमन की उच्च राजनीतिक परिषद ने उन्हें यमनी सेना का प्रवक्ता नियुक्त कर दिया और आज तक वह इस पद पर हैं। वर्ष 2018 में बहुत ही संवेदनशील समय में उन्हें इस पर नियुक्त किया गया था। यह वह समय था जब यमन को सऊदी अरब और उसकी अगुवाई में बने गठबंधन के भारी हमलों का सामना था।
जब से यहिया सरी को यमन की सशस्त्र सेना का प्रवक्ता नियुक्त किया गया है तब से वह यमनी सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यहिया सरी यमनी सेना के आधिकारिक बयानों को अलमसीरा टीवी, टेलीग्राम और एक्स जैसे संचार माध्यमों व प्लेटफ़ार्मों पर जारी करके आम जनमत को यमनी सेना के दृष्टिकोणों से अवगत कराते रहते हैं।
यहिया सरी की एक महत्वपूर्ण कार्यवाही विदेशी धमकियों के मुक़ाबले में योग्य प्रबंधन व दिशा निर्देशन है। यमन की सशस्त्र सेना लाल सागर में इस्राईल के व्यापारिक जहाज़ों को लक्ष्य बनाती है और इसी प्रकार यमन की सशस्त्र सेना अमेरिका के अतिक्रमणकारी ड्रोनों को भी लक्ष्य बनाती है और यह कार्य यमनी सेना की स्ट्रैटेजी का एक भाग है और यमनी सेना की इस नीति व कार्यवाही ने दुश्मनों के मुक़ाबले में एक प्रकार की बाधा उत्पन्न कर दी है और यमन की बहादुर सेना ने यह साबित कर दिया है कि वह विदेशियों की धमकियों का मुक़ाबला करने की पूर्ण क्षमता रखती है। MM