अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 10 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. इस पर चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने भी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें इस क़दम के ख़िलाफ़ जवाबी कार्रवाई करने की बात कही गई है.
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “चीन इस क़दम से पूरी तरह असंतुष्ट है और इसका कड़ा विरोध करता है.” इसमें कहा गया है कि यह विश्व व्यापार संगठन के नियमों का ‘गंभीर उल्लंघन’ है.
चीन ने कहा है कि इस तरह के उपाय चीन और अमेरिका के बीच की सामान्य आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के लिए नुक़सानदायक हैं.
चीन अब अमेरिका के ‘ग़लत व्यवहार’ के ख़िलाफ़ विश्व व्यापार संगठन में मुक़दमा दायर करेगा और ‘अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए’ जवाबी कदम उठाएगा.
इस बयान में कहा गया है, “चीन ने अमेरिका से ग़लत पद्धति को सुधारने की अपील करते हुए कहा है कि वो समस्या का सामना करने के लिए चीन के साथ मिलकर काम करे.”
चीन ने अमेरिका से कहा है कि वो “पारस्परिक लाभ, सम्मान और समानता के आधार पर मतभेदों को दूर करने और आपसी सहयोग को मज़बूत करने के लिए काम करे.”
इससे पहले, टैरिफ़ के मामले पर चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ में चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ही यादोंग का बयान प्रकाशित किया गया था.
इसमें कहा गया था कि टैरिफ़ उपाय न तो चीन या संयुक्त राज्य अमेरिका और न बाकी दुनिया के हितों के अनुकूल है.
दरअसल, शनिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल मीडिया पर लिखा था कि टैरिफ़ लगाने का फ़ैसला अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम (आईईईपीए) के ज़रिए किया गया था.