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Wednesday, 5 February 2025

ईरान और चीन पश्चिम की प्रतीक्षा नहीं करेंगे, एकपक्षवाद और चौधराहट के ख़िलाफ़ महत्वपूर्ण यात्रा

ईरान और चीन पश्चिम की प्रतीक्षा नहीं करेंगे, एकपक्षवाद और चौधराहट के ख़िलाफ़ महत्वपूर्ण यात्रा
ईरान के विदेशमंत्री सैय्यद अब्बास इराक़ची जब इस देश के उपविदेशमंत्री थे तब उन्होंने अंतिम बार वर्ष 2019 में परमाणु समझौते के संबंध में होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा की थी और उस समय से लेकर अब लगभग पांच साल का समय हो रहा है और इस समय चीन का नया वर्ष आरंभ होने वाला है और वह चीन की यात्रा पर हैं।

इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री सैय्यद अब्बास इराक़ची ने बीजींग में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से भेंटवार्ता की 

टीकाकारों और विशेषज्ञों का मानना है कि यह भेंटवार्ता अपने साथ महत्वपूर्ण संदेशों को लिए हुए है। पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार समाचार पत्र क़ुद्स ने इसी संबंध में "ईरान और चीन के सामने आधी सदी सुनहरी" शीर्षक के अंतर्गत लिखा है कि वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने चीन की राजधानी में प्रवेश करते ही अपनी उपस्थिति के कारण के बारे में कहा कि इस उपस्थिति का अस्ल व मूल उद्देश्य क्षेत्रीय, अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय सतह पर विचार- विमर्श करना है और हमारे संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं और अब भी अच्छे हैं। स्वाभाविक है कि विभिन्न विषयों के संबंध में विचारों का आदान- प्रदान जारी रहना चाहिये।

ईरानी विदेशमंत्री ने बीजींग में कहा कि पिछले वर्षों में मैंने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों के बारे में चीन से निकट विचार- विमर्श किया है। इस समय भी संवेदनशील स्थिति है, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मामले व विषय हैं। इसी प्रकार नये वर्ष में हमारे परमाणु विषय को नई परिस्थिति का सामना होगा जिसके लिए हमें अधिक विचार विमर्श करने की ज़रूरत है। 

इतिहास की सही दिशा में

आख़री बार ईरान के विदेशमंत्री सैय्यद अब्बास इराक़ची ईरान के उप विदेशमंत्री के रूप में वर्ष 2019 में चीन गये थे और उस समय से लेकर इस लगभग 5 वर्ष हो रहा है। वह इस समय चीन के नये वर्ष के आरंभ होने के अवसर पर इस देश की यात्रा पर गये हैं ताकि विभिन्न विषयों के बारे में विचारों का आदान- प्रदान कर सकें।

विदेशमंत्री ने चीन की यात्रा पर जाने से पहले चीन की एक विश्वस्त पत्रिका पीपल्ज़ डेली में लिखा था कि तेहरान और बीजींग एकपक्षवाद और चौधराहट से मुक़ाबला करने के लिए एक दूसरे से सहयोग करेंगे और दोनों इतिहास की सही दिशा में खड़े होंगे।

ईरान और चीन एशिया की प्राचीन सभ्यता वाले और कठिन समय में एक दूसरे के दोस्त देश हैं जिन्होंने कामयाबी के साथ कठिन परीक्षा दी है और विकास व प्रगति की ऊंचाइयों को तय करने के लिए शांति व सुरक्षा की दिशा में प्रयास किया है और ईरान और चीन के संबंधों की अगली आधी सुनहरी सदी दर्शा देगी कि यह यात्रा दोनों देशों के संबंध में नये अध्याय की शुरूआत है।

चीन में ईरान के पूर्व राजदूत जवाद मंसूरी ने समाचार पत्र क़ुद्स से वार्ता में कहा है कि ईरान और चीन के संबंध एतिहासिक हैं और किसी हद तक राजनीतिक मामलों यहां तक कि क्षेत्र में संयुक्त हित रखते हैं और दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों का अतीत एक दूसरे का पूरक है। MM