तेहरान में फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आंदोलन के प्रतिनिधि ने कहाः क़ुद्स दिवस एकजुटता का अवसर है। इस दिन, इस्लामी उम्मत फ़िलिस्तीन के मुद्दे पर ईश्वर के साथ अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करती है।
क़ुद्स दिवस ने क्षेत्र में इस्लामी प्रतिरोध को एकजुट और मज़बूत किया है। प्रतिरोध की सभी शाख़ाएं, चाहे सुन्नी हों या शिया, इस निष्कर्ष पर पहुंची हैं कि पवित्र बैतुल मुक़द्दस को बचाने और फ़िलिस्तीन को आज़ाद कराने का एकमात्र रास्ता, बैतुल मुक़द्दस के मुद्दे का समर्थन करना और क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन के हड़पने वालों का विरोध करना है, जिन्होंने उस पर क़ब्ज़ा कर लिया है।
अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस वह दिन है, जब अमेरिका और ज़ायोनी शासन की सभी बुराइयों को उजागर किया जाता है और इस दिन धार्मिक मूल्यों का झंडा बुलंद किया जाता है और उत्पीड़ितों के समर्थक इस झंडे के नीचे इकट्ठा होते हैं।
कुछ इस्लामी देशों के नेता फ़िलिस्तीन और फ़िलिस्तीनी मुद्दे के प्रति उदासीन हैं, और अपनी चुप्पी से वे दमनकारी, अतिक्रमणकारी और क़ब्ज़ा धारी ज़ायोनी शासन का समर्थन करते हैं। हालांकि, इमाम ख़ुमैनी के अनुसार, अगर मुसलमान एकजुट हो जाएं और हर मुसलमान एक बाल्टी पानी डाले, तो संपूर्ण ज़ायोनी शासन बह जाएगा और यह शासन डूब जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस मुस्लिम एकता प्रदर्शित करने का एक अवसर है, ताकि दुनिया को दिखाया जा सके कि हम उत्पीड़न के ख़िलाफ़ खड़े हैं।
हालांकि, इस वर्ष का क़ुद्स दिवस, जो ईरान में इस्लामी क्रांति की छाया में अपनी 46वीं वर्षगांठ मना रहा है, अल-अक्सा के ऑपरेशन स्टॉर्म, ग़ज़ा युद्धविराम समझौते, फ़िलिस्तीनियों को पलायन के लिए मजबूर करने की ट्रम्प की प्रस्तावित योजना और ग़ज़ा में नरसंहार का समर्थन करने वाली सरकारों के ख़िलाफ़, संयुक्त राज्य अमेरिका और विभिन्न यूरोपीय देशों में छात्रों के संघर्ष को देखते हुए विशेष महत्व रखता है।
इस संबंध में, तेहरान में फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आंदोलन के प्रतिनिधि नासिर अबू शरीफ़ ने मेहर समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का उल्लेख किया है।
उन्होंने कहाः क्षेत्र और दुनिया में जटिल परिस्थितियों, ज़ायोनी शासन के हमलों और ट्रम्प के सत्ता में आने के मद्देनज़र निस्संदेह, इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस विशेष महत्व रखता है।
उन्होंने आगे कहाः ट्रम्प के सत्ता में आने के साथ, हम एक वैश्विक प्रणाली नहीं, बल्कि एक प्रकार का वैश्विक विवाद देख रहे हैं। हम एक बहुत बड़ा उलटफेर देख रहे हैं। सभी अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों और संधियों को उलट दिया गया है। हम ज़ायोनी परियोजनाओं को देख रहे हैं, जिन्हें अमेरिका का समर्थन प्राप्त है।
उनके अनुसार, इस वर्ष का क़ुद्स दिवस फ़िलिस्तीन से संबंधित सभी प्रयासों को एकजुट करने का अवसर है। निगाहें बैतुल मुक़द्दस की ओर केन्द्रित होनी चाहिएं। ट्रम्प की बदमाशी के ख़िलाफ़ इस्लामी ताक़त का निर्माण किया जाना चाहिए। ट्रम्प को लगता है कि वह विश्व के ठेकेदार बन गए हैं और वह स्वयं को पृथ्वी पर सर्वोच्च शक्ति मानते हैं। इसके अलावा, ट्रम्प के शासनकाल के दौरान ही एक फासीवादी आतंकवादी समूह सत्ता में आया है और हम अरब शासनों के विघटन को देख रहे हैं, जिनमें से कुछ न केवल घृणित और अपमानजनक हैं, बल्कि फ़िलिस्तीनी हितों के प्रति ग़द्दार भी हैं।
इस्लामिक जिहाद आंदोलन के प्रतिनिधि का कहना था कि वर्तमान स्थिति में, हमें जनता पर भरोसा करना चाहिए। आइए हम अपनी शक्ति का पुनर्निर्माण करें, क्योंकि विश्व में हम बहुसंख्यक हैं, अल्पसंख्यक नहीं। हम अमेरिकी-ज़ायोनी परियोजनाओं के ख़िलाफ़ खड़े हो सकते हैं। आंतरिक विवादों ने हमें बाधा पहुंचाई है। क़ुद्स दिवस एकजुटता का दिन है। क़ुद्स दिवस पर, इस्लामी राष्ट्र फ़िलिस्तीनी मुद्दे के संबंध में ईश्वर के साथ अपनी प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करता है।
नासिर अबू शरीफ़ ने आगे कहाः इमाम ख़ुमैनी ने इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस का नाम देकर मानवता के लिए एक इस्लामी योजना पेश की। क़ुद्स दिवस इस्लामी विचार पर आधारित एक निमंत्रण है, जो जीवन का मार्गदर्शन करता है। अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस का नामकरण करने में इमाम की पहल ने इस्लामी रेज़िस्टेंस को जन्म दिया। 1924 में उस्मानी साम्राज्य के पतन के बाद से हमारे पास कोई इस्लामी परियोजना नहीं थी। स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी ने इस्लामी क्रांति के साथ, इस्लाम के जीवन को पुनर्जीवित किया।
उन्होंने कहाः बैतुल मुक़द्दस का मुद्दा राजनीतिक और रणनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो सभी को एकजुट कर सकता है। बैतुल मुक़द्दस कोई साधारण भूगोल नहीं है। अल-क़ुद्स दुनिया भर के मुसलमानों के लिए पहला क़िबला है और इसे धार्मिक दर्जा प्राप्त है। क़ुद्स पैगम्बर इस्लाम के मेराज पर जाने का बिंदू है। क़ुद्स इस्लामी राष्ट्र और ज़ायोनियों के बीच, वैश्विक संघर्ष का केंद्र है। क़ुद्स इस्लामी राष्ट्र का मार्ग दिखाता है। क़ुद्स इस्लामी दुनिया में अमेरिकी-ज़ायोनी नीतियों के विरुद्ध सत्ता के घटकों को अपने इर्द-गिर्द इकट्ठा कर सकता है। msm