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Thursday, 10 April 2025

अब तक 1700 करोड़पति भाग चुके हैं, इज़राइली शासन के पास अब सुरक्षा या समृद्धि नहीं है

अब तक 1700 करोड़पति भाग चुके हैं, इज़राइली शासन के पास अब सुरक्षा या समृद्धि नहीं है
     करोड़पतियों ने इज़राइल को आग में झोंक दिया

एक हिब्रू मीडिया आउटलेट ने घोषणा की है कि ग़ज़ा युद्ध और आर्थिक संकट जारी रहने की वजह से पिछले वर्ष इज़राइल ने कम से कम 1 हज़ार 700 करोड़पतियों को खो दिया।

येदियेत अहारोनोत समाचार पत्र ने एमीग्रेशन में विशेषज्ञता रखने वाली अंतर्राष्ट्रीय फर्म हेनले एंड पार्टनर्स, तथा वैश्विक संपत्ति डेटा का विश्लेषण करने वाली कंपनी न्यू वर्ल्ड वेल्थ के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि इज़राइल में धनी लोगों की आबादी में उल्लेखनीय गिरावट आई है।

पार्सटुडे के अनुसार, इस रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में, तेल अवीव और हर्ज़लिया शहरों में लगभग 22 हज़ार 600 करोड़पति रहते थे, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 24 हज़ार 300 लोगों से अधिक हो गया।

यह आंकड़ा दर्शाता है कि पिछले वर्ष कम से कम 1700 करोड़पति इज़राइल के मक़बूज़ा क्षेत्रों को छोड़ चुके हैं।

कंपनी ने सीधे तौर पर धनी लोगों के इजराइल से पलायन के कारणों का उल्लेख नहीं किया है, लेकिन हाल के महीनों में आई अनेक रिपोर्टों से पता चला है कि ग़ज़ा युद्ध तथा इसके आर्थिक और सुरक्षा परिणामों की वजह से पूंजीपतियों और धनी इजराइली नागरिकों के पलायन की लहर तेज हो गई है।

7 अक्टूबर 2023 से, अमेरिका द्वारा समर्थित ग़ज़ा पट्टी के खिलाफ इजरायली सैन्य हमलों के परिणामस्वरूप 1 लाख 66 हज़ार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए और घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं, साथ ही 11 हज़ार से अधिक लोग लापता हैं जबकि नागरिक बुनियादी ढांचे बड़े पैमाने पर तबाह हुए हैं।

दो दिन पहले, येदियेत अहारोनोत ने अक्टूबर 2023 में ग़ज़ा युद्ध शुरू होने के बाद हाईटेक क्षेत्रों में कुशल इंजीनियरों और विशेषज्ञों के प्रवास में चिंताजनक वृद्धि की सूचना दी थी।

इज़राइल इनोवेशन अथॉरिटी द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, युद्ध शुरू होने से लेकर जुलाई 2024 तक इस उद्योग में लगभग 8 हज़ार 300 कर्मचारी इज़राइल के मक़बूज़ा क्षेत्रों को छोड़ चुके हैं। यह आंकड़ा इज़राइल के हाईटेक क्षेत्र के सभी कर्मचारियों के 2.1 प्रतिशत के बराबर है।

आधिकारिक संस्था ने चेतावनी दी कि ये आंकड़े "बहुत चिंताजनक" हैं और 2025 के लिए इज़राइल के तकनीकी उद्योग के लिए नौकरी बाजार के दृष्टिकोण पर अनिश्चितता पैदा करते हैं।

इज़राइली बिजनेस अखबार "डिमार्कर" की एक रिपोर्ट के अनुसार,  मक़बूज़ा क्षेत्रों के अंदर स्थित लक्ष्यों पर यमनी सशस्त्र बलों द्वारा मिसाइल हमलों की नई लहर का इजराइल के दैनिक जीवन और अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष और ठोस प्रभाव पड़ा है।

डेमार्कर लिखता है: चूंकि ग़ज़ा पट्टी पर इजराइल के हमले जारी हैं, इसलिए ज़ायोनी समाज को अब अपने राजनीतिक और सैन्य निर्णयों के परिणामों का सामना करना पड़ रहा है और उसे लगता है कि इन निर्णयों की कीमत उसे अपनी जेब से चुकानी होगी। (AK)