कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पाकिस्तान को इतना गहरा सबक सिखाना चाहिए कि वो फिर ऐसी हरकत करने की हिम्मत न करे.
पहलगाम हमले के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि किसी देश के लिए युद्ध हमेशा आख़िरी विकल्प होना चाहिए.
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा युद्ध पहला या एकमात्र विकल्प नहीं होना चाहिए, दुश्मन को हराने के लिए इसका इस्तेमाल तभी किया जाए जब बाकी सारे तरीके़ नाकाम हो जाएं.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है, "पहलगाम के हमले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे ख़ुफ़िया और सुरक्षा तंत्र में गंभीर खामियां थीं. सरकार सुनिश्चित करे कि इस तरह त्रासदी भविष्य में न हो."
उन्होंने लिखा है,"सरकार ने सिंधु जल समझौता निलंबित करने सहित कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं. हम इनका खुले मन से स्वागत करते हैं. हमें भरोसा है कि कुछ और भी कठोर कदम उठाए जाने वाले हैं."
उन्होंने लिखा, "सरकार को हर कदम के बारे में दुनिया को बताने की ज़रूरत नहीं है. निश्चिंत रहें आपके हर निर्णायक कदम के साथ देश पूरी तरह से एकजुट है."
सिद्धारमैया ने आगे लिखा है, "कुछ शरारती तत्व देश की एकता को भंग करने के लिए अशांति और विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार को ऐसी ताकतों के ख़िलाफ़ भी सख्ती से काम लेना चाहिए."
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लिखा है,"पाकिस्तान आज एक दिवालिया, बीमार और कमज़ोर मुल्क है. उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं बचा है. वहीं भारत विश्व व्यवस्था में उभरती हुई महाशक्ति है इसलिए हमें समझदारी और सावधानी से चलना चाहिए."
उन्होंने लिखा है, "दुनिया भर के देश पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए भारत के साथ मज़बूती से खड़े हैं. हमें इस अभूतपूर्व वैश्विक समर्थन का लाभ उठाना चाहिए और पाकिस्तान को इतना गहरा सबक सिखाना चाहिए ताकि वो फिर कभी ऐसी हरकत करने की हिम्मत न करे."