इस साल मॉनसून सामान्य से 8 दिन पहले आ गया है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून, जो आमतौर पर हर साल 20 मई के आसपास अंडमान और निकोबार और 1 जून के आसपास केरल में पहुंचता है, इस बार मॉनसून 13 मई को निकोबार पहुंचा.
महाराष्ट्र में 25 मई से भारी बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी हुई हैं. कई ज़िलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, 25 मई को महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, पूरे गोवा और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में मॉनसून आ चुका है
महाराष्ट्र के सांगली जिले में औसतन 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जिसकी वजह से कई स्थानों पर नदी-नाले उफान पर आ गए हैं
दौंड तालुका में भारी बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं. इसके अलावा दौंड तालुका के स्वामी चिंचोली गांव में लगभग दस घरों में बारिश का पानी घुस गया है