ईरान की सेजिल मिसाइल एक दो चरणों वाली, ठोस ईंधन (सॉलिड फ्यूल) आधारित मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जो 2000 से 2500 किमी की रेंज रखती है और 700 किलोग्राम तक का वॉरहेड ले जा सकती है। इस मिसाइल की खास विशेषता यह है कि यह सात मिनट से भी कम समय में इजरायल जैसे दूर के लक्ष्यों तक पहुंच सकती है, जो इसे अत्यंत तेज और खतरनाक बनाता है।
सेजिल का ठोस ईंधन डिज़ाइन इसे तेजी से लॉन्च करने की क्षमता देता है, जो तरल ईंधन (लिक्विड फ्यूल) आधारित मिसाइलों की तुलना में प्री-लॉन्च डिटेक्शन से बचने में मदद करता है। उड़ान के दौरान दिशा बदलने की क्षमता (मैन्यूवरेबिलिटी) इसे हवाई रक्षा प्रणालियों द्वारा रोकना मुश्किल बनाती है। इसके अलावा, इसकी सटीकता (50 मीटर के भीतर लक्ष्य को हिट करने की क्षमता) और रडार-विरोधी कोटिंग जैसी तकनीक इसे और भी घातक बनाती है।
ईरान के दावे के अनुसार, सेजिल परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है, जो इसकी विनाशकारी शक्ति को काफी हद तक बढ़ाता है। 18 जून, 2025 को, ईरान ने इजरायल पर सेजिल मिसाइल का उपयोग करने का दावा किया, हालांकि इजरायल ने कहा कि मिसाइल को रोक लिया गया था, जिसके टुकड़ों से मामूली नुकसान हुआ।
हालांकि, इसकी गति (मैक 12-14, लगभग 14,800-17,300 किमी/घंटा), रेंज, और तेजी से लॉन्च करने की क्षमता इसे मध्य पूर्व के संघर्षों में एक महत्वपूर्ण और खतरनाक हथियार बनाती है, जो इजरायल की हवाई रक्षा प्रणालियों के लिए भी चुनौती पैदा करती है।