अहमदाबाद, 13 जून 2025: अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI171) गुरुवार दोपहर टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघनीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एक यात्री, विशवशकुमार रमेश, चमत्कारिक रूप से बच गया। इसके अलावा, जमीन पर मौजूद बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में भी कई लोगों की जान गई। अमेरिका से आई एक प्रारंभिक जांच रिपोर्ट ने इस हादसे के संभावित कारणों पर प्रकाश डाला है।
हादसे का कारण: प्रारंभिक अनुमान अमेरिकी जांचकर्ताओं और विमानन विशेषज्ञों के अनुसार, विमान के टेकऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजनों में खराबी (डुअल इंजन फेल्योर) होने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि विमान का लैंडिंग गियर टेकऑफ के बाद भी नीचे रह गया, जो सामान्य प्रक्रिया के विपरीत है। यह संकेत देता है कि कॉकपिट में कोई गंभीर समस्या उत्पन्न हुई होगी, जैसे कि पक्षी से टकराव (बर्ड स्ट्राइक) या ईंधन संदूषण (फ्यूल कंटैमिनेशन)। अहमदाबाद हवाई अड्डे के आसपास पक्षियों की मौजूदगी पहले भी एक समस्या रही है, और पिछले पांच वर्षों में यहां 462 बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं दर्ज की गई हैं।
विमानन विशेषज्ञों की राय विमानन विशेषज्ञ कैप्टन सिंह और कैप्टन हाथी ने बताया कि विमान की गति में कमी और कम जोर (लो थ्रस्ट) के कारण यह स्टॉल हो सकता है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में विमान को तेजी से नीचे गिरते और एक विशाल अग्निकांड के साथ दुर्घटनाग्रस्त होते देखा गया। फ्लाइटराडार24 के डेटा के अनुसार, विमान ने टेकऑफ के बाद केवल 625 फीट की ऊंचाई हासिल की और फिर 475 फीट प्रति मिनट की गति से नीचे गिरने लगा।
जांच में सहयोग भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के प्रोटोकॉल के तहत औपचारिक जांच शुरू कर दी है। इसमें अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और ब्रिटेन के एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे, क्योंकि विमान में 53 ब्रिटिश नागरिक सवार थे। एक ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जो जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। अंतिम रिपोर्ट अगले साल 12 जून तक आने की उम्मीद है।
स्थानीय और सरकारी प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को "हृदयविदारक" बताते हुए पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और बचाव कार्यों की निगरानी की। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने "निष्पक्ष और गहन" जांच का आश्वासन दिया है। स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में जुटी हैं, और डीएनए टेस्ट के जरिए शवों की पहचान की जा रही है।
निष्कर्ष यह हादसा भारत में पिछले 29 वर्षों में सबसे घातक विमान दुर्घटना है, जिसने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए हैं। जांच पूरी होने तक सटीक कारणों का पता नहीं चल पाएगा, लेकिन प्रारंभिक अनुमान पक्षी से टकराव और इंजन फेल्योर की ओर इशारा कर रहे हैं। एयर इंडिया ने पीड़ितों के परिवारों को सहायता और मुआवजे की घोषणा की है, जबकि अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उड़ानें सीमित कर दी गई हैं।