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Saturday, 28 June 2025

दुनिया भर के मीडिया की हेडलाइन्स: इज़राइली आक्रमण में शहीदों वालों के ऐतिहासिक जनाज़े की गूँज

दुनिया भर के मीडिया की हेडलाइन्स: इज़राइली आक्रमण में शहीदों वालों के ऐतिहासिक जनाज़े की गूँज
इज़राइल और अमेरिका के आक्रमण में शहीद हुए 60 लोगों, जिनमें सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक शामिल थे, के अंतिम संस्कार में हज़ारों ईरानियों की भारी भीड़ ने दुनिया के प्रमुख मीडिया संस्थानों को प्रतिक्रिया देने और सच्चाई स्वीकार करने पर मजबूर कर दिया।

पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ईरान और ईरानी लोग एक बार फिर दुनिया की प्रमुख समाचार एजेंसियों की सुर्खियों में छाए हुए हैं। ईरानी लोगों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वे न केवल हमेशा आक्रमणकारियों के खिलाफ डटकर खड़े रहेंगे, बल्कि अपने शहीदों, महान कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों के बलिदान को हमेशा याद रखेंगे।
ईरान में ज़ायोनी शासन के आक्रमण में शहीद हुए लोगों का अंतिम संस्कार


तुर्की के टीआरटी टेलीविज़न चैनल ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट में इस अंतिम संस्कार को "ऐतिहासिक" बताते हुए समय और स्थान का विवरण दिया है।

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पिज़िश्कियान सहित गणमान्य व्यक्तियों व हस्तियों की उपस्थिति पर प्रकाश डाला

फ्रांस 24 ने भी ज़ायोनी शासन के आक्रमण में शहीद हुए लोगों के अंतिम संस्कार में "हजारों ईरानियों की भारी भीड़" की चर्चा की।

शहीदों में सरदार सलामी, सरदार हाजीज़ादेह और सरदार बाक़ेरी जैसे वरिष्ठ कमांडर शामिल थे।

ईरान में ज़ायोनी शासन के आक्रमण में शहीद हुए लोगों का अंतिम संस्कार

सीएनएन ने भी शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए आई ईरानी जनता की भारी संख्या को अपनी कवरेज में स्थान दिया।

एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने रिपोर्ट किया कि ईरान में "हजारों लोगों" ने शहीदों के अंतिम संस्कार में भाग लिया

रूसी मीडिया ने भी इस ऐतिहासिक घटना और उसके वैश्विक प्रभाव को कवर किया।

अरब मीडिया में प्रमुखता: यह समाचार अरब देशों के प्रमुख मीडिया आउटलेट्स की हेडलाइन बना।

अल-जज़ीरा ने इस अंतिम संस्कार का लाइव प्रसारण किया।

अल-अरबिया ने भी इज़राइली आक्रमण में शहीद हुए लोगों के अंतिम संस्कार पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

ज़ायोनी शासन के आक्रमण और उसके परिणाम:

ईरानी नेतृत्व व वैज्ञानिकों की शहादत:

ज़ायोनी सेना ने ईरानी भूभाग पर हमले में सरदार सलामी (IRGC कमांडर-इन-चीफ) सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को शहीद कर दिया।

इज़राइल का लक्ष्य: ईरान के वैज्ञानिक-सैन्य ढाँचे को कमजोर करना।

इज़राइल की विफलता: आक्रमणकारी अपने लक्ष्यों में विफल रहा।

विशेषज्ञों के अनुसार, ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इज़राइल को भारी क्षति पहुँचाई

ईरानी प्रतिशोध का प्रभाव: ईरानी मिसाइलों ने तेल अवीव और हइफ़ा सहित अवैध अधिकृत फिलिस्तीनी क्षेत्रों के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया।

हजारों ज़ायोनी कालोनीवासियों को पलायन करने को मजबूर किया।

12 दिन बाद के बाद युद्धविराम:

इज़राइल को आत्मसमर्पण करना पड़ा

ईरानी जनता का एकता और संकल्प और मजबूत हुआ।

महत्वपूर्ण तथ्य:

ईरान ने अपने संप्रभुता के अधिकार का सफलतापूर्वक बचाव किया।

ज़ायोनी शासन की हार हुई। MM