तुर्की के टीआरटी टेलीविज़न चैनल ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट में इस अंतिम संस्कार को "ऐतिहासिक" बताते हुए समय और स्थान का विवरण दिया है।
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पिज़िश्कियान सहित गणमान्य व्यक्तियों व हस्तियों की उपस्थिति पर प्रकाश डाला
फ्रांस 24 ने भी ज़ायोनी शासन के आक्रमण में शहीद हुए लोगों के अंतिम संस्कार में "हजारों ईरानियों की भारी भीड़" की चर्चा की।
शहीदों में सरदार सलामी, सरदार हाजीज़ादेह और सरदार बाक़ेरी जैसे वरिष्ठ कमांडर शामिल थे।
ईरान में ज़ायोनी शासन के आक्रमण में शहीद हुए लोगों का अंतिम संस्कार
सीएनएन ने भी शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए आई ईरानी जनता की भारी संख्या को अपनी कवरेज में स्थान दिया।
एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने रिपोर्ट किया कि ईरान में "हजारों लोगों" ने शहीदों के अंतिम संस्कार में भाग लिया
रूसी मीडिया ने भी इस ऐतिहासिक घटना और उसके वैश्विक प्रभाव को कवर किया।
अरब मीडिया में प्रमुखता: यह समाचार अरब देशों के प्रमुख मीडिया आउटलेट्स की हेडलाइन बना।
अल-जज़ीरा ने इस अंतिम संस्कार का लाइव प्रसारण किया।
अल-अरबिया ने भी इज़राइली आक्रमण में शहीद हुए लोगों के अंतिम संस्कार पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
ज़ायोनी शासन के आक्रमण और उसके परिणाम:
ईरानी नेतृत्व व वैज्ञानिकों की शहादत:
ज़ायोनी सेना ने ईरानी भूभाग पर हमले में सरदार सलामी (IRGC कमांडर-इन-चीफ) सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को शहीद कर दिया।
इज़राइल का लक्ष्य: ईरान के वैज्ञानिक-सैन्य ढाँचे को कमजोर करना।
इज़राइल की विफलता: आक्रमणकारी अपने लक्ष्यों में विफल रहा।
विशेषज्ञों के अनुसार, ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इज़राइल को भारी क्षति पहुँचाई
ईरानी प्रतिशोध का प्रभाव: ईरानी मिसाइलों ने तेल अवीव और हइफ़ा सहित अवैध अधिकृत फिलिस्तीनी क्षेत्रों के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया।
हजारों ज़ायोनी कालोनीवासियों को पलायन करने को मजबूर किया।
12 दिन बाद के बाद युद्धविराम:
इज़राइल को आत्मसमर्पण करना पड़ा
ईरानी जनता का एकता और संकल्प और मजबूत हुआ।
महत्वपूर्ण तथ्य:
ईरान ने अपने संप्रभुता के अधिकार का सफलतापूर्वक बचाव किया।
ज़ायोनी शासन की हार हुई। MM