Breaking

यमन ने सऊदी अरब के सामने रखी अजीब शर्त, यमनियों की जाल में फंसा रियाज़...

Tuesday, 26 August 2025

ईरान यूरेनियम कैसे प्राप्त करता है?

ईरान यूरेनियम कैसे प्राप्त करता है?
हालिया घटनाक्रम यह दर्शाते हैं कि ईरान शांतिपूर्ण उपयोग के लिए परमाणु ईंधन चक्र में एक स्वतंत्र देश के रूप में अपनी स्थिति को मज़बूत कर रहा है।

पिछले कुछ वर्षों में ईरान ने अपने यूरेनियम आपूर्ति शृंखला को विदेशी निर्भरता से आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने का प्रयास किया है। यह बदलाव न केवल पश्चिमी प्रतिबंधों के जवाब में हुआ है बल्कि इस देश की परमाणु ईंधन चक्र को मज़बूत करने की दीर्घकालिक रणनीति का भी हिस्सा है। इस लेख में पार्स टुडे ने इस सवाल का उत्तर दिया है कि ईरान यूरेनियम कैसे प्राप्त करता है?

क्रांति से पहले

ईरान की इस्लामी क्रांति की सफ़लता से पहले ईरान ने फ्रांसीसी कंपनी यूरोडिफ़ Eurodif में भागीदारी और संयुक्त कंपनी सोफिडिफ़ Sofidif में निवेश के माध्यम से अपने आवश्यक यूरेनियम का एक हिस्सा आयात के द्वारा प्राप्त करने की कोशिश की थी। हालांकि पर्याप्त निवेश के बावजूद, क्रांति के बाद फ्रांस ने ईरान को यूरेनियम देने से इंकार कर दिया। फ्रांस की इस कार्रवाई ने ईरान को प्रेरित किया कि वह शांतिपूर्ण उपयोगों के लिए घरेलू यूरेनियम संसाधनों के विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करे।

आंतरिक क्षमताएँ

ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन और भूवैज्ञानिक अध्ययनों के आँकड़ों के अनुसार देश में प्राकृतिक यूरेनियम के महत्वपूर्ण भंडार मौजूद हैं। ये भंडार यज़्द, हर्मुज़गान, किरमान, ख़ुरासान और दक्षिण पूर्वी और पश्चिमी आज़रबाजान, फ़ार्स और लुरिस्तान प्रांतों में पाए जाते हैं। सक्रिय खदानों में यज़्द स्थित सग़ंद और ख़शूमी तथा बंदर अब्बास स्थित गचीन यूरेनियम खदानें सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों में गिनी जाती हैं।

बुनियादी ढाँचे का विकास

ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रवक्ता बहरोज़ कमालवंदी के आधिकारिक बयानों के अनुसार, ईरान में "येलोकेक" यूरेनियम ऑक्साइड के उत्पादन की क्षमता लगभग 40 टन प्रति वर्ष है। यह मात्रा बूशहर परमाणु बिजलीघर और अनुसंधान रिएक्टरों के ईंधन की आपूर्ति के लिए पर्याप्त है। इसके बावजूद, ईरान ने 2022 से 12 नई खदानों में खुदाई शुरू की है और वार्षिक उत्पादन को बढ़ाकर 71 टन तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा है।

आत्मनिर्भरता

यूरेनियम की आपूर्ति में आत्मनिर्भरता की ओर ईरान की प्रगति न केवल अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का उत्तर है, बल्कि परमाणु ईंधन चक्र को मज़बूत करने की देश की दीर्घकालिक रणनीति का भी हिस्सा है। यह प्रक्रिया ईरान को ऐसी स्थिति में लाती है, जहाँ वह बाहरी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर हुए बिना अपने परमाणु कार्यक्रमों को आगे बढ़ा सके। ईरान ने हमेशा परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर ज़ोर दिया है। MM