संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक भूख निगरानी संस्था IPC ने 22 अगस्त, 2025 को ग़ज़ा सिटी और आसपास के क्षेत्रों में अकाल की आधिकारिक पुष्टि की, जहां 5,14,000 लोग भयानक भुखमरी का सामना कर रहे हैं। IPC की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2025 तक यह संख्या बढ़कर 6,41,000 हो सकती है। ग़ज़ा में 98% कृषि भूमि नष्ट या दुर्गम हो चुकी है, पशुधन खत्म हो गया है, और मछली पकड़ने पर प्रतिबंध है। स्वास्थ्य सेवाएं और स्वच्छ पानी की आपूर्ति भी चरमरा गई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इसे “मानव निर्मित आपदा” बताते हुए तत्काल युद्धविराम और बंधकों की रिहाई की मांग की।
इसी बीच, इसराइली रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने 22 अगस्त, 2025 को धमकी दी कि यदि हमास उनकी शर्तों (बंधकों की रिहाई और हथियार डालना) को नहीं मानता, तो ग़ज़ा सिटी को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा। काट्ज़ ने एक्स पर कहा कि ग़ज़ा का हाल राफा और बैत हनून जैसा हो सकता है, जो पहले ही मलबे में तब्दील हो चुके हैं। इसराइली सेना ने ग़ज़ा सिटी के बाहरी इलाकों में ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी कि इसराइली हमलों और सहायता पर पाबंदियों ने ग़ज़ा में भुखमरी और कुपोषण से मौतों को बढ़ा दिया है। अक्टूबर 2023 से अब तक 60,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, और 90% आबादी विस्थापित है।