अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 22 अगस्त, 2025 को चेतावनी दी कि यदि अगले दो हफ्तों में रूस-यूक्रेन युद्ध में शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में ठोस प्रगति नहीं हुई, तो वह रूस पर कड़े प्रतिबंध या टैरिफ लागू करने का बड़ा निर्णय ले सकते हैं। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “मैं जल्द ही एक महत्वपूर्ण फैसला लूंगा, चाहे वह बड़े पैमाने पर प्रतिबंध हों, टैरिफ हों या फिर हम कह सकते हैं कि यह हमारी लड़ाई नहीं है।” उन्होंने हाल ही में यूक्रेन में एक अमेरिकी कारखाने पर रूसी हमले पर नाराजगी जताई, जिसमें आग लगी और कई कर्मचारी घायल हुए। ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बीच सीधी बातचीत की वकालत की, यह कहते हुए कि यदि दोनों नेता नहीं मिले, तो वह इसका कारण जानना चाहेंगे। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में सात युद्ध रोके गए और तीन संभावित युद्ध टाले गए। ट्रंप ने कहा, “इस युद्ध से मुझे कोई खुशी नहीं है। अगले दो हफ्तों में साफ हो जाएगा कि यह मामला किस दिशा में जाता है।” यह बयान 15 अगस्त, 2025 को अलास्का में पुतिन के साथ उनकी मुलाकात के बाद आया, जहां कोई युद्धविराम समझौता नहीं हो सका। 18 अगस्त को ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय नेताओं के साथ व्हाइट हाउस में चर्चा की, जहां ट्रंप ने पुतिन-ज़ेलेंस्की बैठक की व्यवस्था शुरू करने की बात कही। हालांकि, रूस ने युद्धविराम के लिए यूक्रेन से चार क्षेत्रों (डोनेत्स्क, लुहान्स्क, खेरसन, और ज़ापोरिज़्झिया) से सेना हटाने और नाटो में शामिल होने की मंशा त्यागने की शर्त रखी, जिसे यूक्रेन ने अस्वीकार कर दिया।
ट्रंप के इस्तीफे की अटकलें निराधार हैं, क्योंकि उनके बयानों या उपलब्ध जानकारी में ऐसा कोई संकेत नहीं है। उनकी टिप्पणी युद्ध को खत्म करने के लिए दबाव बनाने पर केंद्रित है, न कि पद छोड़ने पर। वह यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के लिए यूरोपीय देशों पर जोर दे रहे हैं, जबकि रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की चेतावनी दी है।