लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान भारत निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में कथित अनियमितताओं का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। अखिलेश ने कहा, "हमेशा इस बात की चिंता रही है कि चुनाव आयोग न्याय करेगा या नहीं। जिस पर हमें पूरी बहस करनी चाहिए, वह उत्तर प्रदेश का उपचुनाव है।" अखिलेश ने सीधे तौर पर चुनाव आयोग पर "वोटों के अपहरण" का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी के इशारे पर वोटों की चोरी की गई। उन्होंने इटावा में रक्षाबंधन के अवसर पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद यह बयान दिया। अखिलेश ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनावों में भी वोटों की हेराफेरी के सबूत चुनाव आयोग को सौंपे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे पहले, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे, जिसे आयोग ने खारिज कर दिया था। 2024 में उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी ने छह सीटें जीतीं, जबकि समाजवादी पार्टी को दो और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को एक सीट पर जीत मिली। अखिलेश के इन आरोपों ने एक बार फिर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर बहस छेड़ दी है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगी।
"अखिलेश यादव का चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप: "वोटों का अपहरण हुआ, क्या न्याय मिलेगा?"