संयुक्त राष्ट्र संघ में सीरिया के स्थाई प्रतिनिधि ने कहा है कि इस संस्था की सुरक्षा परिषद को अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन के हमलों पर अपनी चुप्पी को तोड़ना चाहिए और उसे चाहिए कि वह अरब देशों पर इस शासन के अतिग्रहण को समाप्त कराने के लिए अपनी भूमिका अदा करे।
संयुक्त राष्ट्र संघ में सीरिया के स्थाई प्रतिनिधि बस्साम सब्बाग़ ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में इस्राईल के दमिश्क़ में हवाई हमलों के बारे में बात करते हुए कहा कि दुनिया नये साल की प्रतीक्षा में थी और जिस समय दुनिया संकटों की कमी, शांति, कल्याण और स्थिरता की इच्छुक थी, उस समय इस्राईल ने अंतर्राष्ट्रीय और संयुक्त राष्ट्र संघ के क़ानूनों का उल्लंघन करते हुए अत्याचार और अतिक्रमण का एक और कारनामा अपने नाम किया है।
सीरिया के प्रतिनिधि ने कहा कि इस्राईल ने नये साल के दूसरे ही दिन मीज़ाइल हमलों से दमिश्क़ के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट को निशाना बनाकर अपने नये अतिक्रमण की शुरुआत की जिससे कई लोग शहीद और घायल हुए, माली नुक़सान हुआ जबकि एयरपोर्ट की कुछ सेवाएं स्थगित हो गयीं। (AK)