अमेरिकी मीडिया ने बताया है कि आतंकी गुट आईएसआईएस ने काबुल में ईरान, भारत और चीन के दूतावासों को धमकी दी है।
ब्लूमबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि आतंकी गुट दाइश ने काबुल में ईरान, भारत और चीन के दूतावासों को धमकी देकर क्षेत्र के महत्वपूर्ण देशों के साथ तालेबान के संबंधों को कमज़ोर करना चाहता है।
ब्लूमबर्ग समाचार एजेंसी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों के हवाले से बताया कि दाइश ने अफ़ग़ानिस्तान में ईरान, भारत और चीन के दूतावासों को धमकी दी है।
इस मीडिया के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा है कि आईएसआईएस इस धमकी से तालिबान को उन देशों से अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा है जो तालेबान के राजनयिक सहयोगी हैं।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, काबुल में दूतावासों के खिलाफ आईएसआईएस की धमकी, संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट के नतीजों का हिस्सा है जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की इस बैठक में प्रस्तुत किया जाना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआईएस इस तरह की धमकियों से तालेबान और क्षेत्र के प्रमुख देशों के बीच संबंधों को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा है।
अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान के फिर से सत्ता में आने के बाद, दाइश ने अफ़ग़ानिस्तान के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर हमले किए हैं और इस आतंकवादी गुट को अब तालेबान शासन के लिए सबसे गंभीर सुरक्षा ख़तरों में से एक माना जाता है।
आईएसआईएस ने रूसी और पाकिस्तानी दूतावासों के ख़िलाफ घातक और विनाशकारी हमलों के साथ-साथ काबुल में चीनी नागरिकों के आवास पर हमले की ज़िम्मेदारी भी क़बूल की है। काबुल में भारतीय दूतावास पूरी तरह से चालू नहीं है लेकिन अफ़ग़ान जनता को नई दिल्ली की मानवीय सहायता के समन्वय के लिए पिछले साल इसका एक हिस्सा फिर से खोल दिया गया था। (AK)