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Tuesday, 14 January 2025

विधायकों के बाद अब संजीव बालियान ने लगाए यूपी पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप

विधायकों के बाद अब संजीव बालियान ने लगाए यूपी पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप
उत्तर प्रदेश में पुलिस पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले बीजेपी नेताओं में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भी शामिल हो गए हैं.

संजीव बालियान ने आरोप लगाया है कि भूमि पर अवैध कब्ज़े के एक मामले में थाने में ग्रामीणों के समर्थन में पैरवी करने के बाद उनकी पुलिस सुरक्षा वापस ले ली गई.

संजीव बालियान ने इस संंबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भी लिखा है.

हालांकि, मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने अवैध क़ब्ज़ा कराने और एकतरफ़ा कार्रवाई करने के संजीव बालियान के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा है कि पुलिस ने अदालत के आदेश का पालन किया है.

खतौली के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सर्किल ऑफ़िसर) राम आशीष यादव की तरफ़ से जारी एक बयान में मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने कहा है कि पुलिस पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं.

बयान में कहा गया है, “संबंधित भूमि के संबंध में सिविल अदालत में मुक़दमा चल रहा है. अदालत ने इस मामले में एक पक्ष में निर्णय दिया था और इसे लागू कराने के लिए पुलिस को निर्देशित किया था.”

उन्होंने कहा, “मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु संबंधितों के ख़िलाफ़ आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई की गई है.”
संजीव बालियान रविवार को मंसूरपुर थाने में धरना दे रहे ग्रामीणों के समर्थन में पहुंचे थे

पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान रविवार को मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के मंसूरपुर थाने में धरना दे रहे ग्रामीणों के समर्थन में पहुंचे थे.

किसानों का आरोप है कि एक डिस्टलरी ने गांव के मंदिर की ज़मीन पर पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर क़ब्ज़ा कर लिया है.

हालांकि, पुलिस का कहना है कि इस संबंध में स्थानीय अदालत ने डिस्टलरी के पक्ष में निर्णय दिया है.

ग्रामीणों का ये आरोप है कि पुलिस ने गांव की भूमि पर एक पक्ष का कब्ज़ा करा दिया. वो लोग इस मामले में हस्तक्षेप के लिए मेरे पास आए थे तो मैं उनके साथ थाने चला गया. मैं क़रीब एक घंटा थाने में रहा.”

स्थानीय पत्रकार अमित सैनी के मुताबिक़, थाना परिसर में संजीव बालियान और एसएचओ के बीच बहस हुई. बालियान ने आरोप लगाया कि पुलिस एक पक्ष के समर्थन में कार्रवाई कर रही है.

पुलिस का इस विवाद पर कहना है कि कार्रवाई अदालत के आदेश पर की गई है.

संजीव बालियान ने उनकी सुरक्षा हटाए जाने के बारे में  कहा, “थाने के बाद मुझे एक और कार्यक्रम में जाना था. इसी दौरान मेरी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के पास फ़ोन आया कि उन्हें पुलिस लाइन लौटना है और वो वापस चले गए. मुझे सुरक्षा हटाए जाने के बारे में कोई जानकारी भी नहीं दी गई.”

संजीव बालियान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने की वजह से उनकी सुरक्षा वापस ली गई है.