भारत की ओर से बांग्लादेश को दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा वापस ले ली गई है. विदेश मंत्रालय ने बुधवार को अपनी नियमित प्रेस ब्रीफ़िंग में ये जानकारी दी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रांसशिपमेंट सुविधा वापस लेने पर प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश को दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा के कारण समय के साथ हमारे एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर भारी भीड़ हो गई थी.”
रणधीर जायसवाल ने कहा, “लॉजिस्टिक देरी और उच्च लागत हमारे खुद के निर्यात को प्रभावित कर रहे थे और बैकलॉग बना रहे थे. इसलिए, यह सुविधा 8 अप्रैल, 2025 से वापस ले ली गई है.”
विदेश मंत्रालय ने साफ़ किया कि यह कदम नेपाल या भूटान को बांग्लादेश के निर्यात पर असर नहीं डालेगा जो भारतीय क्षेत्र से होकर गुजरते हैं.
दरअसल बांग्लादेश कई देशों को अपना सामान निर्यात करता है उनमें से कुछ देशों का निर्यात भारत के रास्ते से होकर गुज़रता है. अब तक भारत ने बांग्लादेश को इसकी इजाज़त दे रखी थी लेकिन अब यही सुविधा वापस ले ली है.
हालांकि भारत ने ये स्पष्ट किया कि बांग्लादेश का वो निर्यात जो नेपाल और भूटान को जाता है उस पर इसका असर नहीं पड़ेगा और इन दोनों देशों को बांग्लादेश का निर्यात भारत के रास्ते जारी रहेगा.