भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर पोस्ट करने वाले अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर अली ख़ान महमूदाबाद को हरियाणा के सोनीपत की स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
लाइव लॉ के मुताबिक, अदालत ने हरियाणा पुलिस की उस अपील को ख़ारिज कर दिया है जिसमें उसने प्रोफ़ेसर अली ख़ान को सात दिन और पुलिस हिरासत में रखने की इजाज़त मांगी थी.
प्रोफ़ेसर अली ख़ान अपनी गिरफ़्तारी को चुनौती देने के लिए पहले ही सुप्रीम कोर्ट का रुख़ कर चुके हैं. इस मामले की सुनवाई 21 मई को होगी.
भारत-पाकिस्तान संघर्ष के संदर्भ में टिप्पणी और कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह से प्रेस ब्रीफ़िंग कराने को लेकर प्रोफ़ेसर अली ख़ान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.
उनके इस पोस्ट के बाद हरियाणा की सोनीपत पुलिस ने उन्हें 18 मई को गिरफ़्तार कर लिया था. उन्हें दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया था.
ये गिरफ़्तारी हरियाणा की सोनीपत पुलिस ने स्थानीय निवासी योगेश की शिकायत के आधार पर की.
हरियाणा पुलिस ने प्रोफ़ेसर अली ख़ान के ख़िलाफ़ दो समुदायों में नफ़रत भड़काने की धारा के तहत मामला दर्ज किया है.