मध्य प्रदेश के इंदौर में एक नवविवाहित जोड़े, राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की कहानी ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 11 मई 2025 को हुई उनकी शादी के बाद, यह जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गया था। लेकिन जो यात्रा प्यार और खुशी का प्रतीक होनी चाहिए थी, वह एक सनसनीखेज हत्याकांड में बदल गई। पुलिस के चौंकाने वाले खुलासे के अनुसार, सोनम ने अपने पति राजा की हत्या के लिए सुपारी दी थी। यह लेख इस दुखद और रहस्यमय घटना की सच्चाई को उजागर करता है।
शादी और हनीमून की शुरुआत
इंदौर के एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले 28 वर्षीय राजा रघुवंशी एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे। उनकी और सोनम की शादी 11 मई 2025 को हिंदू रीति-रिवाजों के साथ धूमधाम से हुई थी। परिवारों की सहमति से हुई इस शादी को सभी ने एक नई शुरुआत के रूप में देखा। शादी के नौ दिन बाद, 20 मई को, राजा और सोनम हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग रवाना हुए। शुरुआत में सब कुछ सामान्य लग रहा था; दोनों ने गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर के दर्शन किए और 22 मई को शिलांग पहुँचे। लेकिन इसके बाद की घटनाएँ किसी बुरे सपने से कम नहीं थीं।
रहस्यमय गायब होना और हत्या
23 मई को, राजा और सोनम शिलांग के एक होम स्टे से चेकआउट करने के बाद अचानक लापता हो गए। उनकी किराए की स्कूटी 24 मई को सोहरिम में लावारिस हालत में मिली। 2 जून को, वेइसाडोंग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान उनके हाथ पर "राजा" टैटू से हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने पुष्टि की कि राजा की हत्या एक धारदार हथियार, ‘दाओ’ (पारंपरिक चाकू), से की गई थी। इस खबर ने इंदौर और मेघालय में सनसनी फैला दी।
शुरुआत में, सोनम भी लापता थी, और परिवार को आशंका थी कि उसका अपहरण हो गया हो। राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद ने पुलिस के साथ मिलकर तलाशी अभियान में हिस्सा लिया। परिवार ने सीबीआई जाँच की मांग की, और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इसकी अपील की।
सोनम की बरामदगी और सनसनीखेज खुलासा
17 दिन बाद, 9 जून 2025 को, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में नंदगंज थाना क्षेत्र के एक ढाबे पर सोनम को पुलिस ने बरामद किया। लेकिन जो खुलासा हुआ, वह और भी चौंकाने वाला था। मेघालय पुलिस ने दावा किया कि सोनम ने ही अपने पति राजा की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस के अनुसार, सोनम ने मध्य प्रदेश के तीन हमलावरों को सुपारी देकर राजा की हत्या करवाई। सीसीटीवी फुटेज में सोनम को हत्या से पहले संदिग्ध गतिविधियों में शामिल देखा गया, जिसमें वह लगातार अपने फोन पर चैटिंग करती दिखी, संभवतः हत्यारों को लोकेशन शेयर करते हुए।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने ट्वीट कर बताया कि पुलिस ने सात दिनों के भीतर तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया, और सोनम ने गाजीपुर में आत्मसमर्पण कर दिया। एक अन्य आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। मेघालय डीजीपी इदाशिशा नोंग्रांग ने पुष्टि की कि सोनम ने हत्यारों को भाड़े पर लिया था।
हत्या का मकसद
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम का एक अन्य व्यक्ति, राज कुशवाहा, के साथ प्रेम प्रसंग था, जो शादी के बाद भी जारी रहा। सोनम ने राजा को रास्ते से हटाने के लिए हनीमून को हत्या की साजिश का मंच बनाया। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सोनम ने राजा को सोने की चेन और गहने पहनने के लिए कहा, संभवतः लूट को हत्या का कारण दिखाने के लिए। राजा की सोने की चेन, अंगूठी, और बटुआ गायब मिले, लेकिन पुलिस ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया।
सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएँ जन्म दीं। लोग सोनम की शादी की तस्वीरें शेयर कर सवाल उठा रहे हैं कि यदि वह राजा से खुश नहीं थी, तो शादी क्यों की? कई यूज़र्स ने इसे रिश्तों में विश्वासघात की मिसाल बताया। इंदौर में रघुवंशी समुदाय और राजा के परिवार ने सीबीआई जाँच की मांग की, लेकिन सोनम की गिरफ्तारी के बाद मामला लगभग सुलझता दिख रहा है।