प्रतिकात्मक तस्वीर
सुरत शहर में आवारा पशुओं, खासकर गायों, को सुरक्षित आश्रय देने के नाम पर संचालित भगवान महावीर गौशाला में चौंकाने वाला सच सामने आया है। बीजेपी शासित गुजरात में यह गौशाला, जो पशुओं की देखभाल और संरक्षण का दावा करती है, अब गंभीर आरोपों के घेरे में है। आम आदमी पार्टी (आप) के स्थानीय नगरसेवकों ने गौशाला पर छापेमारी कर एक भयावह सच्चाई का खुलासा किया है, जिसमें गायों के साथ क्रूर व्यवहार और उनके चमड़े के अवैध व्यापार का पर्दाफाश हुआ है। जानकारी के अनुसार, सुरत शहर के रास्तों से पकड़े गए आवारा पशुओं, मुख्य रूप से गायों, को इस गौशाला में लाया जाता है। दावा किया जाता है कि इन पशुओं की देखभाल की जाती है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। गौशाला के संचालकों पर आरोप है कि वे कुछ बीमार पशुओं को "शोपीस" की तरह प्रदर्शित करते हैं ताकि लोगों से दान इकट्ठा किया जा सके। बाकी गायों को भोजन के नाम पर केवल सूखा और बेकार घास दिया जाता है, जो उनकी पोषण आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है। आरोप है कि गायों को भूखा रखकर तड़पाने और मारने की प्रक्रिया चल रही है, ताकि उनके चमड़े का व्यापार किया जा सके। आम आदमी पार्टी के नगरसेवकों ने जब गौशाला में छापेमारी की, तो वहां का दृश्य हृदयविदारक था। गायों को भयानक परिस्थितियों में रखा जा रहा था, और कई गायों की हालत अत्यंत दयनीय थी। छापेमारी में यह भी पता चला कि गौशाला में गायों को काटा जा रहा है और उनके चमड़े का अवैध व्यापार चल रहा है। यह खुलासा न केवल गौशाला के संचालकों की क्रूरता को दर्शाता है, बल्कि पशु संरक्षण के नाम पर चल रहे ढोंग को भी उजागर करता है। यह मामला गुजरात में पशु कल्याण और गौशालाओं की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाता है। स्थानीय लोगों और पशु प्रेमियों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। आप के नगरसेवकों ने मांग की है कि इस गौशाला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और दोषियों को कठोर सजा दी जाए। साथ ही, उन्होंने सरकार से सभी गौशालाओं की पारदर्शी जांच की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएं रोकी जा सकें। यह घटना न केवल पशु क्रूरता का एक जीता-जागता उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पवित्रता और संरक्षण के नाम पर कैसे कुछ लोग अपने निहित स्वार्थों को साध रहे हैं। इस मामले में प्रशासन और सरकार से त्वरित और कठोर कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है ताकि गायों और अन्य पशुओं के साथ हो रहे इस अत्याचार को रोका जा सके।
सुरत की गौशाला में गायों के साथ क्रूरता: चमड़े का व्यापार उजागर