महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 'तीन भाषा' नीति से संबंधित सरकारी आदेश को रद्द करने की घोषणा की है। उन्होंने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में डॉ. रघुनाथ माशेलकर समिति की सिफारिशों के आधार पर इस नीति को लागू किया गया था। इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में राउत ने कहा, "भाजपा की राष्ट्रीय नीति झूठ बोलने की है। अगर उद्धव ठाकरे ने माशेलकर समिति की कोई रिपोर्ट बनाई, तो उसे सार्वजनिक करें। हम बार-बार कह रहे हैं कि इसे सामने लाया जाए।" फडणवीस ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 'तीन भाषा' नीति को रद्द कर दिया गया है और अब डॉ. नरेंद्र जाधव की अध्यक्षता में एक नई समिति गठित की जाएगी। यह समिति तय करेगी कि नीति को किस कक्षा से लागू किया जाए। इस फैसले पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह मराठी लोगों की ताकत के सामने सरकार की हार है। यह विवाद महाराष्ट्र की शिक्षा नीति और क्षेत्रीय अस्मिता से जुड़े मुद्दों को फिर से चर्चा में ला रहा है।
महाराष्ट्र सरकार ने 'तीन भाषा' नीति रद्द की, उद्धव ठाकरे पर आरोप, संजय राउत का पलटवार