अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (बाएं) और ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई (दाएं) (फ़ाइल फ़ोटो)
अमेरिका ने ईरान को एक परमाणु समझौते का प्रस्ताव भेजा है जिसकी पुष्टि व्हाइट हाउस ने शनिवार को की.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने बताया कि ओमान के विदेश मंत्री बदर बिन हम्माद अल-बुसैदी ने उन्हें 'अमेरिका के प्रस्ताव के कुछ अहम बिंदु' तेहरान में उनकी मुलाक़ात के दौरान बताए.
यह प्रस्ताव उस समय आया है जब संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ईरान ने यूरेनियम को और ज़्यादा मात्रा में बढ़ाना शुरू कर दिया है, जो परमाणु हथियार बनाने के लिए इस्तेमाल होता है.
ईरान ने साफ साफ कहा हे की ईरान परमाणु हथियार बनाना नही चाहता अगर बनाना हे तो सिर्फ 24 धंटे मे परमाणु हथियार का ढ़ेर लगा सकता हे
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा कि ईरान के लिए यह समझौता स्वीकार करना उसके हित में होगा.
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप साफ़ कह चुके हैं कि ईरान को कभी भी परमाणु बम नहीं बनाने दिया जाएगा."
लेविट ने यह भी बताया कि यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ ने तैयार किया है, यह प्रस्ताव विस्तार से बना हुआ और स्वीकार करने लायक है.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा कि ईरान इस प्रस्ताव का जवाब अपने देश के सिद्धांतों, जनता के हितों और अधिकारों को ध्यान में रखते हुए देगा.
फ़िलहाल इस समझौते के बारे में ज़्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है.