दमिश्क: इसराइल ने बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में सीरियाई सेना के मुख्यालय पर हवाई हमला किया। इस हमले पर सीरिया के सूचना मंत्री हमज़ा अल-मुस्तफ़ा ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि यह इसराइल की जीत नहीं, बल्कि उनकी सरकार पर बढ़ते आंतरिक दबावों से ध्यान हटाने की कोशिश है। सीरियाई सरकारी मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा, "सुवेदा प्रांत के लोग सीरिया का अभिन्न हिस्सा हैं और इस मातृभूमि की रक्षा के लिए एकजुट हैं।" उन्होंने इसराइली हमलों को आंतरिक कमजोरियों को छिपाने की रणनीति करार दिया। सीरियाई स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इसराइली हमलों में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग घायल हुए हैं। इससे पहले, इसराइल के रक्षा मंत्री इसराइल कांत्ज़ ने चेतावनी दी थी कि "अब कठोर और दर्दनाक हमलों का समय है।" वहीं, इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, "हम अपने ड्रूज़ भाइयों की रक्षा और सीरियाई शासन को उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" यह हमला क्षेत्र में बढ़ते तनाव का हिस्सा है, जिसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। सीरिया ने इन हमलों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसकी निंदा करने की अपील की है।
दमिश्क पर इसराइली हमला: सीरिया बोला, 'यह जीत नहीं, हताशा है'