गुवाहाटी: असम के चायगांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि हिमंत जल्द ही जेल जाएंगे और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह भी नहीं बचा पाएंगे। राहुल गांधी ने कहा, “मैं जो बोलता हूं, वो होता है। कोविड, नोटबंदी और गलत जीएसटी के समय मैंने जो कहा, उसका नतीजा सबने देखा। आज मैं कह रहा हूं कि जल्द ही मीडिया आपके मुख्यमंत्री को जेल जाते हुए दिखाएगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि हिमंत बिस्वा सरमा “24 घंटे असम की जमीन चोरी करते हैं, कभी सोलर पार्क तो कभी रिसॉर्ट के बहाने।” राहुल ने कहा कि यह काम कांग्रेस नहीं, बल्कि असम के युवा, किसान, मजदूर और हर वर्ग के लोग करेंगे, क्योंकि “असम का बच्चा-बच्चा जानता है कि यह व्यक्ति भ्रष्ट है।”
जवाब में, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने लिखा, “‘लिख कर ले लीजिए, हिमंत बिस्वा सरमा को जेल जरूर भेजेगा’—यह वही वाक्य है जो राहुल गांधी ने असम में कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बंद बैठक में कहा। लेकिन वे यह भूल गए कि वे खुद देशभर में कई आपराधिक मामलों में जमानत पर हैं। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं, राहुल जी। असम की मेहमाननवाजी का आनंद लें।”
हिमंत ने आगे कहा, “राहुल गांधी आज असम में सिर्फ मेरी आलोचना करने आए थे। उन्होंने हर सभा में मेरा नाम बार-बार लिया। मैं आभारी हूं, क्योंकि आज उन्होंने मेरा राजनीतिक कद उस स्तर तक बढ़ा दिया, जो मैं कांग्रेस में रहकर कभी नहीं पहुंच पाता।”
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है—RSS की नफरत और हिंसा बनाम कांग्रेस की सत्य और अहिंसा। उन्होंने BJP और चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र में चुनावी हेराफेरी और बिहार में वोटर लिस्ट में बदलाव के आरोप लगाए, साथ ही असम में भी ऐसी कोशिशों के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी दी।
इस बयानबाजी से असम की राजनीति में तनाव बढ़ गया है। जहां कांग्रेस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर BJP सरकार को घेर रही है, वहीं हिमंत ने राहुल के कानूनी मामलों का जिक्र कर पलटवार किया है। यह विवाद 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले दोनों दलों के बीच तीखी रणनीतिक जंग का संकेत देता है।