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Wednesday, 10 September 2025

फ्रांस में मस्जिदों के बाहर सुअर के सिर रखे, कुछ पर लिखा राष्ट्रपति मैक्रॉन का नाम; मुस्लिम समुदाय में दहशत

फ्रांस में मस्जिदों के बाहर सुअर के सिर रखे, कुछ पर लिखा राष्ट्रपति मैक्रॉन का नाम; मुस्लिम समुदाय में दहशत
पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस और उसके आसपास के इलाकों में मस्जिदों के बाहर सुअर के सिर रखे जाने की घटना ने मुस्लिम समुदाय में हड़कंप मचा दिया है। मंगलवार, 9 सितंबर 2025 को कम से कम नौ मस्जिदों के बाहर यह नफरत भरा कृत्य किया गया, जिसमें से पांच सुअर के सिरों पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन का नाम नीले स्याही से लिखा हुआ था। इस्लाम में सुअर को अशुद्ध माना जाता है, इसलिए यह घटना मुस्लिमों के लिए अपमानजनक और भयावह है। पेरिस पुलिस प्रमुख लॉरेंट नुनेज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चार सुअर के सिर पेरिस शहर के अंदर और पांच उसके बाहरी इलाकों में पाए गए। उन्होंने इन कृत्यों को "घिनौना" करार देते हुए कहा कि जांच चल रही है और विदेशी हस्तक्षेप की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।

 नुनेज ने मई महीने में यहूदियों के प्रार्थना स्थलों और होलोकॉस्ट स्मारक को हरे रंग से रंगने की घटना का जिक्र किया, जिसमें रूस के संभावित हाथ की आशंका जताई गई थी। इस घटना ने फ्रांस में बढ़ते इस्लाम-विरोधी माहौल को उजागर कर दिया है। ग्रैंड मस्जिद ऑफ पेरिस के रेक्टर चेर्म्स-एडिन हाफिज ने इसे "इस्लामोफोबिक कृत्य" बताते हुए कहा कि यह "एंटी-मुस्लिम घृणा में वृद्धि का एक नया और दुखद चरण" है। उन्होंने राष्ट्रीय एकजुटता की अपील की। एंटी-डिस्क्रिमिनेशन ग्रुप एडम के प्रमुख बासिरो कामारा ने चिंता जताई कि "हम महीनों से अलार्म बजा रहे हैं, लेकिन सुनी नहीं जा रही। अगला कदम क्या होगा? पूजारीयों पर सुअर के सिर फेंकना या शारीरिक हमला?" फ्रांस के गृह मंत्री ब्रूनो रिटेल्यू ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए कहा, "ये कृत्य अस्वीकार्य हैं।" उन्होंने मुस्लिम समुदाय को शांति बनाए रखने और उनके धार्मिक अधिकारों का सम्मान करने की सलाह दी। फ्रांस में यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा मुस्लिम समुदाय है, जो 60 लाख से अधिक है। आंतरिक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में 181 एंटी-मुस्लिम घटनाएं दर्ज की गईं, जो पिछले साल की तुलना में 81 प्रतिशत अधिक हैं। जनवरी से मार्च 2025 के बीच 79 ऐसी घटनाएं हुईं, जो 2024 के मुकाबले 72 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती हैं। 

पेरिस अभियोजक कार्यालय ने नफरत भड़काने के आरोप में जांच शुरू कर दी है। एक मस्जिद के बाहर सुअर का सिर सूटकेस में पाया गया, जबकि अन्य जगहों पर सीधे दरवाजे के पास रखे थे। एक मस्जिद के अध्यक्ष अलीम बुराही ने कहा, "यह देखकर दुख और निराशा हुई। अगर वे यह कर सकते हैं, तो और क्या करेंगे?" फ्रांस में नस्लवाद बढ़ रहा है, जैसा कि 2024 की मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में उल्लेखित है। पिछले वर्षों में भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, जैसे मार्च 2024 में रमजान से पहले उत्तरी फ्रांस में एक तुर्की मस्जिद के बाहर सुअर का सिर रखा गया था। अप्रैल 2025 में एक माली व्यक्ति की मस्जिद में हत्या के बाद हजारों ने विरोध प्रदर्शन किया था। जून में एक ट्यूनिशियन नाई की हत्या को दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रेरित बताते हुए एंटी-टेरर जांच शुरू हुई। फ्रांसीसी अधिकारीयों ने मुस्लिम समुदाय को पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया है। राष्ट्रपति मैक्रॉन ने मुस्लिम नेताओं से मुलाकात कर समर्थन व्यक्त किया। यह घटना फ्रांस की राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के बीच देश को विभाजित करने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है।