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Thursday, 18 September 2025

ईरान: अफ़ग़ानिस्तान का भविष्य इस देश की जनता के हाथ में होना चाहिए और बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के तय किया जाना चाहिए

ईरान: अफ़ग़ानिस्तान का भविष्य इस देश की जनता के हाथ में होना चाहिए और बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के तय किया जाना चाहिए
ईरान के स्थायी प्रतिनिधि और संयुक्त राष्ट्र में राजदूत अमीर सईद ईरवानी

पार्स टुडे – संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि ने अफ़ग़ान समूहों के बीच व्यापक संवाद की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए अफ़ग़ानिस्तान में मानवीय सहायता का राजनीतिकरण करने की आलोचना की।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की "अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति" पर बैठक में अमीर सईद ईरवानी ने हाल ही में इस देश में आए भूकंप के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और अफ़ग़ान भूकंप पीड़ितों को सहायता और समर्थन जारी रखने के लिए तेहरान की तत्परता की जानकारी दी।

पार्स टुडे ने बताया कि ईरवानी ने अफ़ग़ानिस्तान के साथ ईरान की 900 किलोमीटर लंबी सीमा और लाखों शरणार्थियों की दीर्घकालिक मेज़बानी का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस देश की स्थिति सीधे ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि इस्लामी गणराज्य ईरान द्विपक्षीय और क्षेत्रीय पहलों के माध्यम से और दोहा प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के जरिए अफ़ग़ान अधिकारियों के साथ संपर्क में है।

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के प्रतिनिधि ने स्पष्ट किया: अफ़ग़ानिस्तान के लिए स्थायी समाधान केवल एक व्यापक राजनीतिक प्रक्रिया है जो देश की जातीय और राजनीतिक विविधता को प्रतिबिंबित करे और बाहरी थोपे गए समाधान स्वीकार्य नहीं हैं।

ईरान के राजदूत ने ज़ोर देकर कहा: अफ़ग़ानिस्तान के वर्तमान अधिकारी एक वास्तविकता हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मानवीय और आर्थिक संकटों को हल करने के लिए उनके साथ संवाद और सहयोग करना चाहिए।

ईरवानी ने अफ़ग़ान शरणार्थियों की दीर्घकालिक मेज़बानी से उत्पन्न सुरक्षा और आर्थिक दबावों का हवाला देते हुए अवैध प्रवासियों की वापसी को अनिवार्य बताया और इस संदर्भ में अफ़ग़ान अधिकारियों के साथ ईरान के संवाद पर ज़ोर दिया।

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने स्वतंत्र, एकजुट, आतंकवाद और मादक पदार्थों से मुक्त अफ़ग़ानिस्तान का समर्थन करते हुए अफ़ग़ानिस्तान संकट प्रबंधन में संयुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी ज़ोर दिया। MM