क़तर की राजधानी दोहा में आज, 15 सितंबर 2025 को अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की एक आपातकालीन बैठक हो रही है। यह बैठक इसराइल द्वारा हाल ही में दोहा में किए गए हवाई हमले के जवाब में बुलाई गई है, जिसने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। पिछले मंगलवार को इसराइल ने दोहा में एक घर को निशाना बनाया, जहां फ़लस्तीनी संगठन हमास के नेता मौजूद थे। इस हमले में हमास के पांच सदस्यों और एक क़तरी सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई। इस घटना ने अरब और इस्लामिक देशों में गहरे आक्रोश को जन्म दिया है। क़तर के प्रधानमंत्री शेख़ मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसराइल को इस हमले के लिए ज़िम्मेदार ठहराने की मांग की है। अरब लीग ने इस बैठक को क्षेत्रीय एकजुटता का एक मज़बूत संदेश देने का अवसर बताया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “हम अपने मित्र और संप्रभु राष्ट्र क़तर पर इसराइल के अवैध हमले के खिलाफ एकजुट हैं।” आज का शिखर सम्मेलन क़तर के साथ एकजुटता व्यक्त करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा के लिए बुलाया गया है। बैठक में भाग लेने वाले देश क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए एक साझा रणनीति विकसित करने की दिशा में काम करेंगे। यह बैठक न केवल क़तर की संप्रभुता के समर्थन में एक मंच प्रदान करती है, बल्कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच अरब और इस्लामिक देशों की एकता को मज़बूत करने का भी प्रयास करती है।
दोहा में अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन: इसराइल के हमले पर कड़ा रुख
क़तर की राजधानी दोहा में आज, 15 सितंबर 2025 को अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की एक आपातकालीन बैठक हो रही है। यह बैठक इसराइल द्वारा हाल ही में दोहा में किए गए हवाई हमले के जवाब में बुलाई गई है, जिसने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। पिछले मंगलवार को इसराइल ने दोहा में एक घर को निशाना बनाया, जहां फ़लस्तीनी संगठन हमास के नेता मौजूद थे। इस हमले में हमास के पांच सदस्यों और एक क़तरी सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई। इस घटना ने अरब और इस्लामिक देशों में गहरे आक्रोश को जन्म दिया है। क़तर के प्रधानमंत्री शेख़ मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसराइल को इस हमले के लिए ज़िम्मेदार ठहराने की मांग की है। अरब लीग ने इस बैठक को क्षेत्रीय एकजुटता का एक मज़बूत संदेश देने का अवसर बताया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “हम अपने मित्र और संप्रभु राष्ट्र क़तर पर इसराइल के अवैध हमले के खिलाफ एकजुट हैं।” आज का शिखर सम्मेलन क़तर के साथ एकजुटता व्यक्त करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा के लिए बुलाया गया है। बैठक में भाग लेने वाले देश क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए एक साझा रणनीति विकसित करने की दिशा में काम करेंगे। यह बैठक न केवल क़तर की संप्रभुता के समर्थन में एक मंच प्रदान करती है, बल्कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच अरब और इस्लामिक देशों की एकता को मज़बूत करने का भी प्रयास करती है।
क़तर की राजधानी दोहा में आज, 15 सितंबर 2025 को अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की एक आपातकालीन बैठक हो रही है। यह बैठक इसराइल द्वारा हाल ही में दोहा में किए गए हवाई हमले के जवाब में बुलाई गई है, जिसने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। पिछले मंगलवार को इसराइल ने दोहा में एक घर को निशाना बनाया, जहां फ़लस्तीनी संगठन हमास के नेता मौजूद थे। इस हमले में हमास के पांच सदस्यों और एक क़तरी सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई। इस घटना ने अरब और इस्लामिक देशों में गहरे आक्रोश को जन्म दिया है। क़तर के प्रधानमंत्री शेख़ मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसराइल को इस हमले के लिए ज़िम्मेदार ठहराने की मांग की है। अरब लीग ने इस बैठक को क्षेत्रीय एकजुटता का एक मज़बूत संदेश देने का अवसर बताया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “हम अपने मित्र और संप्रभु राष्ट्र क़तर पर इसराइल के अवैध हमले के खिलाफ एकजुट हैं।” आज का शिखर सम्मेलन क़तर के साथ एकजुटता व्यक्त करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा के लिए बुलाया गया है। बैठक में भाग लेने वाले देश क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए एक साझा रणनीति विकसित करने की दिशा में काम करेंगे। यह बैठक न केवल क़तर की संप्रभुता के समर्थन में एक मंच प्रदान करती है, बल्कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच अरब और इस्लामिक देशों की एकता को मज़बूत करने का भी प्रयास करती है।