नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान गुजरात के गांधीनगर जिले के दहगाम तहसील के बहियल गांव में गरबा आयोजन के बीच दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। घटना बुधवार रात को हुई, जब एक सोशल मीडिया स्टेटस को लेकर शुरू हुई तीखी बहस ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इसके अलावा, वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने मौके पर भारी बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है, लेकिन गांव में तनाव बरकरार है। मिली जानकारी के अनुसार, नवरात्रि के तीसरे दिन बहियल गांव में धूमधाम से गरबा का आयोजन चल रहा था। इसी दौरान एक पक्ष ने सोशल मीडिया पर एक स्टेटस पोस्ट किया, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना गया। इससे नाराज दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध जताया और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। दोनों गुटों के लोग आमने-सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया। इससे गरबा में शामिल लोग दौड़-भाग करने लगे, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हिंसा के दौरान हमलावरों ने न केवल निजी वाहनों को निशाना बनाया, बल्कि दुकानों में घुसकर लूटपाट और तोड़फोड़ भी की। कम से कम 10 वाहनों में आग लगा दी गई, जबकि कई दुकानों को नुकसान पहुंचा।
पुलिस की एक गाड़ी पर भी पथराव हुआ, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थानीय निवासियों के अनुसार, "गरबा की धुन पर थिरक रहे लोग अचानक हमले का शिकार हो गए। यह हमला बिना किसी चेतावनी के हुआ, जिससे महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा डर गए।" घटना की सूचना मिलते ही दहगाम पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेकर भीड़ को तितर-बितर किया। अब गांव को पुलिस कैंटोनमेंट में बदल दिया गया है, जहां भारी संख्या में जवान तैनात हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान की जा रही है और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। गांधीनगर के एसपी ने बताया, "स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। हम शांति बनाए रखने के लिए सभी पक्षों से अपील कर रहे हैं। जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।" यह घटना नवरात्रि जैसे सांस्कृतिक उत्सव के माहौल को खराब करने वाली है। गुजरात में गरबा को लेकर पहले भी कुछ विवादास्पद घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस बार सोशल मीडिया की भूमिका ने मामले को और जटिल बना दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान सोशल मीडिया पर सावधानी बरतना जरूरी है, ताकि छोटी-मोटी बातें बड़े विवाद का रूप न लें। स्थानीय लोग अब शांति की बहाली की मांग कर रहे हैं, ताकि नवरात्रि का शेष हिस्सा बिना किसी बाधा के बीते।