अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तीन छोटी वस्तुओं में चीनी भागीदारी से इनकार करते हुए कहा कि हम अभी तक ठीक से नहीं जानते हैं कि ये तीन वस्तुएं क्या थीं?"
बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका "एक नए शीत युद्ध की तलाश नहीं कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि चीन के गुब्बारे को मार गिराये जाने पर "शी से बात करूंगा और मैं चीन से माफी नहीं मांगूगा।
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरूवार को कहा कि वह अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से अमेरिकी वायु सेना द्वारा इस महीने की शुरुआत में एक उच्च तकनीक वाले चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के मद्देनजर बात करेंगे। बाइडेन ने 4 फरवरी की घटना पर कहा कि मुझे राष्ट्रपति शी के साथ बात करने की उम्मीद है और हम इसकी तह तक जाना चाहते हैं।
बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका "एक नए शीत युद्ध की तलाश नहीं कर रहा है और मुझे उस गुब्बारे को मार गिराने का कोई अफसोस नहीं है" बाइडेन ने कहा कि हम हमेशा अमेरिकी लोगों के हितों और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे।
ज्ञात रहे कि चीन से एक विशाल सफेद गुब्बारे को अमेरिका के गुप्त परमाणु हथियार स्थलों पर नज़र रखते हुए देखा गया था। अमेरिका ने बाद में उस चीनी गुब्बारे को अपने पूर्वी तट से दूर मार गिराया गया था। इस घटना के दृष्टिगत अमेरिकी सेना ने छोटी वस्तुओं का पता लगाने के लिए राडार सेटिंग्स को समायोजित किया और तुरंत तीन और अज्ञात क्राफ्ट की खोज की, जिसे बाइडेन ने गोली मारने का आदेश दिया।
अमेरिका ने एक क्राफ्ट अलास्का के ऊपर, दूसरा कनाडा के ऊपर और तीसरा मिशिगन से ह्यूरॉन झील के ऊपर मार गिराया था।
चीन का कहना है कि गुब्बारा केवल एक भटका हुआ मौसम अनुसंधान क्राफ्ट था लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इस बात के ठोस सुबूत हैं कि गुब्बारे को जासूसी के लिए भेजा गया था। इस घटना के बाद चीन और अमेरिका के बीच संबंधों में और कड़ुवाहट आ गयी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अचानक चीन की अपनी महत्वपूर्ण यात्रा रद्द कर दी। बीजिंग ने वाशिंगटन पर 'अतिप्रतिक्रिया' करने का आरोप लगाया और दावा किया कि अमेरिकी गुब्बारों ने भी चीनी क्षेत्र का अतिक्रमण किया था जिसे बाइडेन प्रशासन नकारता है। MM