नागपुर में शनिवार, 11 फरवरी, 2023 को महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह के दौरान संबोधित करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़। (पीटीआई फोटो)
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने कहा कि चुप रहना किसी समस्या का हल नहीं है। समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए और हल निकालने का प्रयास करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने अपना ही उदाहरण दिया। सीजेआई चंद्रचूड़, महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नागपुर के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि एक वकील और एक नागरिक की भूमिका में आपके सामने कई बार ऐसी परिस्थितियां आएंगी जब आपको तय करना होगा कि चुप रहना है या बोलना है। मैं आपको आगाह करता हूं कि चुप रहने या कुछ न करने वाला विकल्प ज्यादा सुरक्षित और कम रिस्क वाला है, लेकिन चुनौती वाला रास्ता ही आपकी दिशा तय करेगा।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि भारत का संविधान हमें बोलने की ताकत और हिम्मत देता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि संविधान ने हमारे कंधे पर सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय की जिम्मेदारी सौंपी है और हमें इन अधिकारों के प्रति बोलना होगा। उन्होंने कहा कि अगर कानून के छात्र संविधान के रास्ते पर चलेंगे तो इस प्रोफेशन में कभी फेल नहीं होंगे।