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Thursday, 14 November 2024

फ़िलिस्तीनियों का नस्ली सफ़ाया एक गंभीर Project है (अधिकांश शहीद होने वाले महिलायें और बच्चे हैं)

फ़िलिस्तीनियों का नस्ली सफ़ाया एक गंभीर Project है (अधिकांश शहीद होने वाले महिलायें और बच्चे हैं)
दाहिनी तरफ़ मानवाधिकार के मामलों में राष्ट्रसंघ के महासचिव की सहायक Joyce Msuya- बायीं तरफ़ फ़िलिस्तीन में राष्ट्रसंघ की विशेष रिपोर्टर Francesca P. Albanese

फ़िलिस्तीन में राष्ट्रसंघ की विशेष रिपोर्टर ने ग़ज़ा में ज़ायोनी सरकार के अपराधों, नस्ली सफ़ाये और इन अपराधों में भेंट चढ़ने वालों के दृष्टिगत विश्व समुदाय से मांग की है कि वह इस मामले पर विशेष ध्यान दे।

फ़िलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्रसंघ की विशेष रिपोर्टर Francesca P. Albanese ने सोशल प्लेटफ़ार्म एक्स पर ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी सरकार द्वारा किये जा रहे नस्ली सफ़ाये पर प्रतिक्रिया में लिखा है कि (ग़ज़ा में हो रहे नस्ली सफ़ाये को एक कहानी बनने दीजिये, एक नस्ली सफ़ाये की भेंट चढ़ने वालों को कभी भी मत भूलिये)

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार मानवाधिकार मामलों में संयुक्त राष्ट्रसंघ में महासचिव की सहायक Joyce Msuya ने भी सुरक्षा परिषद की बैठक में ग़ज़ा की हृदयविदारक स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट पेश करते हुए एलान किया है कि इस्राईली हमलों में शहीद होने वाले 70 प्रतिशत महिलायें व बच्चे हैं।

दूसरी ओर मानवाधिकार और पर्यावरण के संबंध में एक स्वीडिश कार्यकर्ता Greta Thunberg ने एक वीडियो प्रकाशित करके ग़ज़ा पट्टी में हो रहे नस्ली सफ़ाये में कुछ सरकारों के शामिल होने पर आपत्ति जताई और लिखा है कि विभिन्न देशों में तुर्किये और आज़रबाइजान गणराज्य के दूतावासों के सामने इकट्ठा होकर इस्राईल द्वारा ग़ज़ा पट्टी में किये जा रहे नस्ली सफ़ाये में इन देशों की भागीदारी को समाप्त कराया जाना चाहिये।

मानवाधिकार के मामलों में राष्ट्रसंघ के महासचिव की सहायक Ilze Brands Kehris ने भी राष्ट्रसंघ सुरक्षा परिषद की बैठक में बल देकर कहा है कि इस्राईल के भीषण हमलों की वजह से ग़ज़ा में कोई भी सुरक्षित स्थान नहीं है। इस क्षेत्र की स्थिति संकटग्रस्त और उसे शीघ्र ही अकाल की स्थिति का सामना होगा।

इसी बीच राष्ट्रसंघ में फ़िलिस्तीन के राजदूत रियाज़ मंसूर ने सुरक्षा परिषद का आह्वान किया है कि वह ग़ज़ा में अकाल संकट के संबंध में क़दम उठाये। रियाज़ मंसूर ने सुरक्षा परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आइये विचार करते हैं। इस्राईल अपने साम्राज्यवादी लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लक्ष्य से अकाल का प्रयोग नस्ली सफ़ाये के हथकंडे के रूप में कर रहा है।

फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों  की राष्ट्रसंघ की सहायता एजेन्सी आनरवा की रिपोर्ट के अनुसार ग़ज़ा पट्टी के लिए जो सहायता भेजी जा रही है वह पिछले कुछ महीनों के दौरान सबसे कम स्तर पर पहुंच गयी है। आनरवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस संबंध में कहा कि बच्चे अपनी जान से हाथ धो रहे हैं, लोग प्रतिदिन मर रहे हैं और यहां के लोगों को हर चीज़ की ज़रूरत है। MM