ईरान की इस्लामी क्रांति फ़ोर्स सिपाहे पासदारान "आईआरजीसी" के प्रमुख ने कहा है कि वर्षों से ईरान की सशस्त्र सेना विदित में बड़ी शक्तियों से लंबी लड़ाई के लिए तैयार है।
मेजर जनरल हुसैन सलामी ने ईरान के मिसाइल और स्पेस कर्मचारियों के मध्य बोलते हुए कहा कि दुश्मन को इस वास्तविकता की जानकारी होनी चाहिये कि इस्लामी व्यवस्था में दुश्मनों की अतार्कि मांगों से मुक़ाबले की राजनीतिक भावना व इच्छा मौजूद है।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार मेजर जनरल हुसैन सलामी ने बल देकर कहा कि ईरानी राष्ट्र पूरी शक्ति के साथ दुश्मन के मुक़ाबले में खड़ा है। हम अपनी स्वाधीनता, पहचान, विश्वास और शक्ति की रक्षा में किसी विदेशी शक्ति पर निर्भर नहीं थे हमने अपनी रक्षा को दूसरों के अमल पर निर्भर नहीं बनाया है यानी दूसरों के अमल को अपनी रक्षा का आधार नहीं बनाया है और आत्म निर्भरता हमारी रक्षा नीति और टैक्टिक का आधार है।
ईरान की इस्लामी क्रांति फ़ोर्स सिपाहे पासदारान आईआरजीसी के कमांडर ने इसी प्रकार कहा कि "सच्चा वादा एक और दो" ऑप्रेशन ईरानी राष्ट्र की क्षमता व शक्ति का छोटा सा प्रदर्शन था और ईरान की मिसाइल क्षमता में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। MM