ईरानी कैलेंडर की 29 इसफ़ंद बराबर 19 मार्च को ईरान में तेल के राष्ट्रीयकरण की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है।
1951 में आज के दिन ईरानी संसद ने तेल के राष्ट्रीयकरण के प्रस्ताव को पारित किया था। इस फ़ैसले को उपनिवेशवाद के मुक़ाबले में ईरानी राष्ट्र के अधिकारों की रक्षा का ऐतिहासिक क़दम माना जाता है।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़, 74 साल पहले इस दिन ईरान के राजनीतिक इतिहास में यह महत्वपूर्ण घटना घटी थी। तेल का राष्ट्रीयकरण एक ऐतिहासिक आंदोलन और कठिन संघर्ष के बाद हुआ था।
इससे पहले तक ईरान में तेल के भूमिगत भंडार और तेल से होने वाली आमदनी निजी हाथों में थी, लेकिन इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद से यह राष्ट्रीय संपत्ति घोषित हो गई।
दर असल, देश में तेल के राष्ट्रीयकरण से पहले इसका असली लाभ ब्रिटेन को पहुंच रहा था, लेकिन इस फ़ैसले के बाद धीरे-धीरे ब्रिटेन और पश्चिमी तेल कंपनियों को देश से बाहर निकलना पड़ा।
ईरान के साथ-साथ यह घटना पूरे क्षेत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना साबित हुई। जिसके बाद मिस्र में जमाल अब्दुल नासिर ने स्वेज़ नहर के राष्ट्रीयकरण की घोषणा कर दी। msm