दुनिया भर के नेता इस बात पर विचार कर रहे हैं कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए गए टैरिफ़ का जवाब कैसे दिया जाए.
अभी तक, चीन और कनाडा जैसे कुछ ही देशों ने अमेरिका पर जवाबी कार्रवाई की घोषणा की है. वहीं, कई दूसरे देश ट्रंप से बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं.
एबीसी न्यूज़ के मुताबिक़ व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक केविन हैसेट ने कहा है कि टैरिफ़ की घोषणा के बाद से 50 से अधिक देशों ने व्यापार वार्ता शुरू करने के लिए व्हाइट हाउस से संपर्क किया है.
इस बीच, ताइवान और इंडोनेशिया ने कहा है कि वे अमेरिका पर जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे.
बता दें कि ट्रंप ने ताइवान की चीजों पर 32% शुल्क लगाया है. वहीं ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग ने घोषणा की है कि वो अमेरिका पर जवाबी शुल्क नहीं लगाएंगे.
उन्होंने अपने निवास पर अधिकारियों की एक बैठक में कहा कि ताइवान व्यापार बाधाओं को हटाएगा, धीरे-धीरे अमेरिका में अपने निवेश को बढ़ाएगा और अमेरिका के साथ औद्योगिक सहयोग को 'गहरा' करेगा.
इंडोनेशिया की सरकार ने भी कहा है कि वह ट्रंप के टैरिफ़ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं करेगी, बल्कि इसका समाधान खोजने के लिए बातचीत जारी रखी जाएगी.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने कहा है कि उनकी सरकार ब्रिटिश अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिए कदम उठाने को तैयार है.
वहीं, इसराइल के आतंकवादी प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू टैरिफ़ पर बात करने के लिए ट्रंप से मुलाक़ात करने जा रहे हैं.