Tuesday, 6 May 2025

सार्वजनिक सूचना 7 मई को राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय द्वारा निर्देशित राष्ट्रव्यापी अभ्यास

सार्वजनिक सूचना 7 मई को राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय द्वारा निर्देशित राष्ट्रव्यापी अभ्यास
सार्वजनिक सूचना 7 मई को राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय द्वारा निर्देशित राष्ट्रव्यापी अभ्यास

देश की सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों में हमारी तैयारियों को मजबूत करने के लिए गृह मंत्रालय  ने 7 मई 2025 को पूरे भारत में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है।

यह अभ्यास आप और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कृपया सहयोग करें और नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करें:

 ड्रिल का उद्देश्य
 नागरिक सुरक्षा तंत्र की जाँच और सुधार
 आम नागरिकों को आत्म-सुरक्षा और आपातकालीन उपायों का प्रशिक्षण

संकट के समय बेहतर तालमेल और त्वरित प्रतिक्रिया

 मुख्य अभ्यास और नागरिकों की भूमिका


हवाई हमले की चेतावनी सायरन
 तेज़ सायरन बजेंगे – तुरंत घर के अंदर जाएँ, खिड़कियों से दूर रहें, "ऑल क्लीयर" सायरन तक घर के अंदर ही रहें।

 आत्म-सुरक्षा प्रशिक्षण
 स्थानीय अधिकारी लाइव डेमो देंगे। "डक – कवर – होल्ड" तकनीक सीखें।

 एक ‘गो-बैग’ तैयार रखें जिसमें हों: फर्स्ट एड, पानी, टॉर्च, ड्राई फूड, ID कार्ड, दवाइयाँ।

 ब्लैकआउट अभ्यास
 निर्देश मिलते ही सभी लाइट बंद करें। मोबाइल और फ्लैशलाइट का उपयोग सिर्फ ज़रूरत पड़ने पर करें।

महत्वपूर्ण इमारतों का छलावरण
अधिकारियों द्वारा पानी की टंकी, बिजलीघर आदि को छिपाया जा सकता है – सहयोग करें, फोटो न लें।

 निकासी पूर्वाभ्यास (Evacuation Drill)

 निर्धारित मार्ग से बाहर निकलें, लिफ्ट का प्रयोग न करें, बुजुर्गों और बच्चों की मदद करें, शांतिपूर्ण ढंग से सुरक्षित स्थान पर जाएँ।

अतिरिक्त तैयारी के सुझाव

 मोबाइल चार्ज रखें, लेकिन उपयोग सिर्फ ज़रूरत के समय करें।

 पुलिस, अस्पताल, कंट्रोल रूम के नंबर सेव रखें।
 सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने से बचें।
 स्कूल और ऑफिस में बच्चों और कर्मचारियों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
 इच्छुक नागरिक स्थानीय नागरिक सुरक्षा इकाइयों से जुड़कर ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं।

याद रखें: यह केवल एक अभ्यास है, असली आपातकाल नहीं।
 आपकी सतर्कता और भागीदारी से ही एक सुरक्षित भारत संभव है।

अधिक जानकारी के लिए अपने ज़िले के आपदा प्रबंधन कार्यालय से संपर्क करें या गृह मंत्रालय की वेबसाइट देखें।