अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन के ताजा शोध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। भारत के नीचे मौजूद टेक्टॉनिक प्लेट अब दो हिस्सों में बंट रही है। इसका एक हिस्सा धीरे-धीरे पृथ्वी के आंतरिक भाग में समा रहा है। शोध के अनुसार, पिछले 6 करोड़ वर्षों से भारतीय टेक्टॉनिक प्लेट उत्तर दिशा में बढ़ रही है और यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है, जिससे हिमालय जैसी पर्वत श्रृंखलाएं बनी हैं।
वैज्ञानिकों ने इस बदलाव को 'डिलेमिनेशन' नाम दिया है। इसमें प्लेट का घना और भारी हिस्सा टूटकर पृथ्वी की गहराई में डूबने लगता है। इस प्रक्रिया से भारतीय प्लेट कमजोर हो रही है और दो भागों में विभाजित हो रही है। जब प्लेट की स्थिरता बिगड़ती है, तो वह असंतुलित होकर खिसकने लगती है, जिससे भूकंप का खतरा बढ़ जाता है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के भू-भौतिकशास्त्री सिमोन क्लेम्परर के अनुसार, हिमालय के नीचे पहले से ही भारी दबाव है। यदि प्लेट में दरारें और टूट-फूट बढ़ती है, तो यह क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होगा।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह प्रक्रिया अभी शुरुआती चरण में है। हालांकि, इसके जोखिमों को देखते हुए गहन शोध और निगरानी की जरूरत है। भविष्य में भूकंप के खतरे के साथ-साथ भारत और एशिया के भौगोलिक नक्शे में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।