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Sunday, 13 July 2025

यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति फिर शुरू: ज़ेलेंस्की की घोषणा, अमेरिका की रणनीति में रूस और अरब जगत पर निशाना

यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति फिर शुरू: ज़ेलेंस्की की घोषणा, अमेरिका की रणनीति में रूस और अरब जगत पर निशाना
Sajjadali Nayani 
कीव, यूक्रेन: यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने घोषणा की है कि अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य आपूर्ति फिर से शुरू कर दी है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब पिछले सप्ताह अमेरिका ने कुछ महत्वपूर्ण हथियारों की आपूर्ति अस्थायी रूप से रोक दी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एनबीसी न्यूज़ को बताया कि उन्होंने नाटो के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत अमेरिका पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम नाटो के माध्यम से यूक्रेन को प्रदान करेगा। यह फैसला रूस के हालिया हवाई हमलों की तीव्रता बढ़ने के बाद लिया गया है।

 ज़ेलेंस्की ने पहले चिंता जताई थी कि हथियारों की आपूर्ति में रुकावट से यूक्रेन की रक्षा क्षमता पर गंभीर असर पड़ सकता है। रूस ने हाल के हफ्तों में यूक्रेनी शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों को तेज कर दिया है, जिससे नागरिक हताहतों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। ज़ेलेंस्की ने 10 पैट्रियट सिस्टम की मांग की थी, जो विश्व के सबसे उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम में से एक माने जाते हैं।
इस बीच, अमेरिका की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं। एक तरफ अमेरिका इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर अरब जगत के खिलाफ सैन्य रणनीति को समर्थन दे रहा है, तो दूसरी तरफ यूक्रेन में ज़ेलेंस्की को रूस के खिलाफ हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह अमेरिका की एक सोची-समझी रणनीति हो सकती है, जिसके तहत वह एक साथ कई मोर्चों पर प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। हथियारों की आपूर्ति न केवल अमेरिकी रक्षा उद्योग को मजबूती देती है, बल्कि यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दे सकती है। साथ ही, रूस और अरब जगत के खिलाफ अपने सहयोगियों का समर्थन कर अमेरिका वैश्विक मंच पर अपनी साख को और मजबूत कर रहा है। हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि अमेरिका की यह नीति क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकती है। यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति फिर से शुरू होने से जहां कीव को राहत मिली है, वहीं रूस ने इसे "युद्ध को बढ़ावा देने वाला कदम" करार दिया है। दूसरी ओर, इज़राइल को मिल रही अमेरिकी सहायता पर अरब देशों ने आपत्ति जताई है।

ज़ेलेंस्की ने टेलीग्राम पर लिखा, "हवाई रक्षा हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।" उन्होंने अमेरिका और नाटो के इस कदम का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यूक्रेन की रक्षा क्षमता में और इजाफा होगा।

यह घटनाक्रम वैश्विक भू-राजनीति में अमेरिका की दोहरी रणनीति को उजागर करता है, जहां वह एक तरफ रूस के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन कर रहा है, तो दूसरी तरफ इज़राइल के माध्यम से मध्य पूर्व में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। इस रणनीति से अमेरिका न केवल अपने सैन्य और आर्थिक हितों को साध रहा है, बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी छवि को भी चमका रहा है।