दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश के कारण दिल्ली में कई इलाकों में जलजमाव और यातायात जाम की स्थिति बनी हुई है। छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास लोग तीन घंटे से अधिक समय तक जाम में फंसे रहे, जबकि अरविंद मार्ग, अक्षरधाम, आश्रम, आईटीओ, पुल प्रहलादपुर, एमबी रोड, एमजी रोड, ओल्ड रोहतक रोड, शादीपुर, मधुबन चौक और राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर यातायात बुरी तरह बाधित हुआ। हरियाणा के गुरुग्राम में भी तेज बारिश के बाद कई क्षेत्रों में पानी भर गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दिल्ली एयरपोर्ट से आने वाली छह उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा, जिसमें दो को लखनऊ और चार को जयपुर भेजा गया। स्पाइसजेट और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 11 से 15 जुलाई तक बादल छाए रहेंगे, और कई इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान वज्रपात का भी खतरा बना हुआ है।
वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। हिमाचल में 20 जून से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 85 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 54 मामले बारिश से जुड़े हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहां 136 सड़कें बंद हैं, 162 ट्रांसफार्मर और 755 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। कुल नुकसान 740 करोड़ रुपये से अधिक का अनुमान है। उत्तराखंड में भी भूस्खलन और बाढ़ के कारण स्कूल बंद किए गए हैं, और कई मार्ग अवरुद्ध हैं।