मनीला: एशिया में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलनों की लहर तेज हो रही है। नेपाल और इंडोनेशिया के बाद अब फिलीपींस में हजारों युवा सड़कों पर उतर आए हैं। भ्रष्टाचार, खासकर बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में कथित घोटालों के खिलाफ जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। रविवार को मनीला में शुरू हुआ शांतिपूर्ण प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया, जिसमें आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं।
युवाओं का सड़कों पर प्रदर्शन फिलीपींस सरकार पर आरोप है कि बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में 1 ट्रिलियन पेसो (लगभग 17.6 अरब डॉलर) का घोटाला हुआ है। राष्ट्रपति फर्डिनैंड मार्कोस जूनियर ने स्वीकार किया कि 9,855 परियोजनाएं या तो 'भूत' (गैर-मौजूद) थीं या खराब गुणवत्ता वाली, जिससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लाखों लोग प्रभावित हुए। रविवार को मनीला में 'ट्रिलियन पेसो मार्च' में 50,000 से 130,000 लोग शामिल हुए। यह मार्च मार्शल लॉ की 53वीं वर्षगांठ पर आयोजित की गई, जिसे आयोजकों ने भ्रष्टाचार विरोधी सबसे बड़ी रैलियों में से एक बताया।
हिंसा और आगजनी का दौर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर और बोतलें फेंकीं, जबकि पुलिस ने भी जवाब में पत्थरबाजी की। भीड़ को राष्ट्रपति भवन की ओर जाने से रोकने के लिए सड़कों पर खड़े ट्रकों और पुलिस की मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई। मनीला पुलिस ने 72 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिनमें से 17 की गिरफ्तारी हुई। देशभर में 61,605 लोग प्रदर्शनों में शामिल हुए, और लगभग 70 पुलिसकर्मी घायल होकर अस्पताल में भर्ती हैं।
जनता की मांग और सरकार का रुख प्रदर्शनकारी 'जेल टू देयर' जैसे नारे लगा रहे हैं, मांग कर रहे हैं कि भ्रष्ट सांसदों, अधिकारियों और ठेकेदारों को तुरंत सजा दी जाए। छात्र संगठन जैसे अनाकबायन और लीग ऑफ फिलिपिनो स्टूडेंट्स के साथ-साथ चर्च समूह भी आंदोलन में शामिल हैं। एक छात्रा ने कहा, "हम गरीबी में डूबे हैं, जबकि वे हमारे टैक्स से लग्जरी जीते हैं। हमें ऐसी व्यवस्था चाहिए जो लोगों का शोषण न करे।" सरकार ने जांच के लिए एक स्वतंत्र आयोग बनाया है और 135 बैंक खातों को फ्रीज किया है, लेकिन प्रदर्शनकारी तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य फिलीपींस का यह आंदोलन एशिया में भ्रष्टाचार विरोधी उभार का हिस्सा है। नेपाल में सितंबर 2025 में सोशल मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शनों में 19 लोग मारे गए, जिसके बाद सरकार बदल गई। इंडोनेशिया में अगस्त 2025 में भ्रष्टाचार और वेतन वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन में 7 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। फिलीपींस में सुपर टाइफून रागासा के बीच यह आंदोलन और गंभीर हो सकता है, क्योंकि बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ रहा है।