'द हिन्दू' की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी टैरिफ की आशंकाओं के चलते विदेशी कंपनियों ने भारत में करीब दो लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर रोक लगा दी है। इस निर्णय ने न केवल आर्थिक विकास की गति को प्रभावित किया है, बल्कि लाखों संभावित नौकरियों को भी खतरे में डाल दिया है। इन प्रोजेक्ट्स के रुकने से देश में रोजगार सृजन पर गहरा असर पड़ सकता है, जिसका सीधा प्रभाव युवाओं और उनके भविष्य पर होगा। हालांकि, मुख्यधारा के कुछ मीडिया चैनल इन महत्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय धार्मिक और सामाजिक विभाजन को बढ़ावा देने वाली खबरों को प्राथमिकता दे रहे हैं। बिहार चुनाव के नजदीक आते ही नफरत की राजनीति और घुसपैठ जैसे मुद्दों को उछाला जा रहा है, जो जनता का ध्यान वास्तविक समस्याओं से हटा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि ऐसी स्थिति में जनता को जागरूक रहने और आर्थिक व सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। अन्यथा, अनजाने में ही देश का भविष्य प्रभावित हो सकता है,
ट्रंप के टैरिफ से भारत में रुके दो लाख करोड़ के प्रोजेक्ट, नौकरियों पर संकट