लंदन/वॉरसॉ, 21 सितंबर 2025: रूस की ओर से पोलैंड की हवाई सीमा में ड्रोन घुसपैठ की घटनाओं के बाद नेटो ने अपनी पूर्वी सीमा को मजबूत करने के लिए 'ईस्टर्न सेंट्री' नामक हवाई रक्षा मिशन शुरू किया है। इस मिशन में अब ब्रिटेन के रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) के टाइफून लड़ाकू विमान भी शामिल हो गए हैं, जो पोलैंड के ऊपर हवाई गश्त कर रहे हैं। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार रात इसकी पुष्टि की, जब दो टाइफून विमान लिंकनशायर के आरएएफ कॉनिंग्सबी से उड़ान भरकर पोलैंड पहुंचे। यह कदम रूस की बढ़ती आक्रामकता के जवाब में उठाया गया है, जहां 9 सितंबर को रात करीब 11:30 बजे 19 से 23 रूसी ड्रोन पोलैंड की हवाई सीमा में घुस आए थे। पोलिश वायुसेना और नेटो के सहयोगी देशों के लड़ाकू विमानों ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए कम से कम तीन से चार ड्रोन मार गिराए। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड तुस्क ने इसे "द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा खतरा" करार दिया और नेटो के अनुच्छेद 4 को सक्रिय किया, जिसके तहत सदस्य देशों ने सुरक्षा मुद्दों पर आपात बैठक बुलाई। ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हीली ने कहा, "मॉस्को के लिए संदेश स्पष्ट है। पुतिन ने नेटो को परीक्षा दी, नेटो ने एकजुट होकर जवाब दिया, और ब्रिटेन अपनी पूरी भूमिका निभाएगा।" आरएएफ के टाइफून विमान एक वॉयजर ईंधन भरने वाले विमान के समर्थन से पोलैंड के आकाश में गश्त कर रहे हैं। यह मिशन नेटो महासचिव मार्क रुट्टे द्वारा 10 सितंबर को घोषित किया गया था, जिसमें ड्रोन-विरोधी सेंसर और हथियारों का भी उपयोग किया जा रहा है। इस महीने रूस की ओर से नेटो देशों की हवाई सीमा के उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं। पोलैंड के अलावा, रोमानिया के ऊपर एक ड्रोन देखा गया, जबकि एस्टोनिया की हवाई सीमा में रूसी लड़ाकू विमान घुस आए। रूस ने इन घटनाओं से इनकार किया है या इन्हें "तकनीकी खराबी" बताया है, लेकिन पश्चिमी नेता इसे जानबूझकर उकसावा मानते हैं।
नेटो के अन्य सदस्य देश जैसे फ्रांस (राफेल विमान), जर्मनी (टाइफून), डेनमार्क (एफ-16) और नीदरलैंड्स (एफ-35) भी इस मिशन में योगदान दे रहे हैं। पोलैंड के पूर्वी क्षेत्र में एक ड्रोन ने एक घर को नुकसान पहुंचाया, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी यूरोपीय नेताओं से संयुक्त हवाई रक्षा प्रणाली बनाने की अपील की है। विशेषज्ञों का मानना है कि रूस का यह व्यवहार नेटो की एकजुटता की परीक्षा लेने का प्रयास है, खासकर जब रूस-बेलारूस संयुक्त सैन्य अभ्यास 'जापाड 2025' चल रहा है। नेटो की यह पहल पूर्वी यूरोप में तनाव को कम करने के बजाय बढ़ा रही है, लेकिन गठबंधन का दावा है कि यह हर इंच भूमि की रक्षा सुनिश्चित करेगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, "यह आक्रामकता को रोकने, नेटो हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करने और सहयोगियों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।"