बुर्किना फासो के जाने-माने इस्लामी विद्वान और विचारक अब्दुल्लाह वुद्रागो ने मुस्लिम समुदाय से आह्वान किया है कि वे ईरान की फिलिस्तीन नीति का अनुसरण करें। उनके विचार में, यदि सभी मुसलमान ईरान की तरह फिलिस्तीन मुद्दे पर एकजुट और दृढ़ रुख अपनाएं, तो फिलिस्तीन की आजादी का लक्ष्य शीघ्र प्राप्त हो सकता है।
वुद्रागो ने ईरान को मुसलमानों और विश्व के स्वतंत्रता प्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण बताया, जिससे प्रेरणा लेनी चाहिए। इस्लामिक उम्मा में एकता के उपायों पर चर्चा करते हुए वुद्रागो ने कहा कि कुरआन में अल्लाह ने मुसलमानों को एकजुट रहने और विघटन से बचने का स्पष्ट निर्देश दिया है।
उन्होंने ईरान को इस्लाम और मुस्लिम समुदाय की सेवा में एक प्रभावशाली देश बताया, जो सदा एकता और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहता है। इसका एक प्रमुख उदाहरण है प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक एकता सम्मेलन, जो ईरान के एकता स्थापित करने के प्रति गंभीर प्रयासों को उजागर करता है।
वुद्रागो का यह बयान उस समय आया है, जब फिलिस्तीन में चल रहे संघर्ष के बीच मुस्लिम देशों से एकजुट और प्रभावी कार्रवाई की मांग तेज हो रही है। उन्होंने मुस्लिम नेताओं से आग्रह किया कि वे ईरान की तरह फिलिस्तीन के समर्थन में ठोस कदम उठाएं, ताकि इस्लामिक दुनिया की साझा आवाज को और बल मिले। उनके अनुसार, आपसी मतभेद और अलगाव ही फिलिस्तीन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रगति में सबसे बड़ी बाधा हैं।
यह बयान न केवल धार्मिक एकता पर बल देता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर मुस्लिम समुदाय की एकजुटता को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वुद्रागो जैसे विचारकों की आवाजें अफ्रीकी महाद्वीप से उठकर वैश्विक मंच पर गूंज रही हैं, जो ईरान के नेतृत्व को नई प्रासंगिकता प्रदान कर रही हैं।