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Saturday, 11 October 2025

वॉल स्ट्रीट जर्नल: इज़राइल की कार्रवाइयों ने क्षेत्रीय देशों को ईरान के और क़रीब ला दिया है

वॉल स्ट्रीट जर्नल: इज़राइल की कार्रवाइयों ने क्षेत्रीय देशों को ईरान के और क़रीब ला दिया है
एक मशहूर अमेरिकी अख़बार ने लिखा है कि ज़ायोनी शासन के प्रति ग़ुस्सा इस्लामी दुनिया से आगे बढ़कर यूरोप और तेज़ी से अमेरिका तक फैल गया है और इस शासन की कार्रवाइयों ने क्षेत्र के देशों को पहले से अधिक इस्लामी गणराज्य ईरान की ओर झुका दिया है।

पार्स टुडे के अनुसार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा: अमेरिकी विश्वविद्यालयों और यूरोपीय हाई स्कूलों में नई पीढ़ी के बीच बढ़ती यहूदी-विरोधी भावनाएं और फ़िलिस्तीन के मक़सद के प्रति समर्थन ने इज़राइल शासन की वैश्विक स्थिति को कमजोर किया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मायरा ज़ोनज़िन अंतरराष्ट्रीय संकट समूह की वरिष्ठ विश्लेषक ने चेतावनी दी है कि आने वाले वर्षों में आम यहूदियों और इज़राइलियों को इस दुश्मनी की भारी क़ीमत चुकाना पड़ेगी।

नताली तुची रोम स्थित अंतरराष्ट्रीय मामलों के संस्थान की निदेशक ने इटली में व्यापक विरोध प्रदर्शनों को फ़िलिस्तीनियों के साथ किए जा रहे व्यवहार और पश्चिम के तेल अवीव समर्थन की प्रतिक्रिया बताया। उन्होंने कहा: पश्चिमी समर्थन के कारण इज़राइल हदें पार कर चुका है और उसके मित्रों ने उसके दीर्घकालिक आत्मविनाश को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

इसके अलावा पूर्व अमेरिकी राजनयिक डेनियल शापिरो का मानना है कि इज़राइल की वैश्विक स्थिति सुधारने के लिए युद्ध का अंत और संभवतः इस शासन में नेतृत्व परिवर्तन आवश्यक है।

वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार इसी बीच इज़राइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने सैन्य उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हुए हमास के अस्तित्व को फ़िलिस्तीनी राज्य के गठन में मुख्य बाधा बताया है।

हाल ही में फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा जैसे पश्चिमी देश फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की दिशा में आगे बढ़े हैं। ग़ाज़ा की अल-अज़हर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अबू सादे ने वैश्विक स्तर पर फ़िलिस्तीन मुद्दे के पुनर्जीवित होने का उल्लेख करते हुए फ़िलिस्तीनियों द्वारा चुकाई गई भारी क़ीमत की याद दिलाई।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ज़ायोनी शासन की आक्रामक और तनावपूर्ण कार्रवाइयाँ जिनमें ईरान, लेबनान, सीरिया, यमन और क़तर पर हमले शामिल हैं  पश्चिम एशियाई देशों में चिंता का कारण बनी हैं और इससे क्षेत्रीय संबंध मज़बूत हुए हैं जैसे सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा समझौता और क्षेत्रीय देशों के बीच बढ़ता सहयोग।

इसी संदर्भ में ब्रिटेन के सेवानिवृत्त जनरल मार्टिन सैम्पसन ने कहा कि क्षेत्र एकमात्र शक्ति के प्रभुत्व से भयभीत है और अब इज़राइल इस प्रमुख शक्ति के रूप में अपने सैन्य बल का खुलकर उपयोग कर रहा है जबकि क्षेत्रीय सहानुभूति ईरान की ओर मुड़ रही है। MM