अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने Fax Business के साथ एक साक्षात्कार में एलान किया है कि उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता को एक पत्र लिखा है।
इस साक्षात्कार में ट्रम्प ने दावा किया है कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में वार्ता के इच्छुक हैं मगर साथ ही उन्होंने ईरान के परमाणु हथियार प्राप्त करने पर आधारित वाशिंग्टन के निराधार दावे को फ़िर दोहराया। यह दूसरी बार है जब ट्रम्प ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के नाम पत्र लिख रहे हैं।
ट्रम्प का पहला पत्र जापान के दिवंगत प्रधानमंत्री शिन्ज़ेआबे ने 23 ख़ुर्दाद वर्ष 1398 हिजरी शमसी को तेहरान पहुंचाया था।
उस पत्र पर इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने जो प्रतिक्रिया दी थी उसे अंतरराष्ट्रीय के स्तर पर कवरेज मिला था
सर्वोच्च नेता ने लिखा था (मैं ट्रम्प को किसी संदेश के आदान- प्रदान के लाएक़ नहीं समझता हूं और उनके लिए मेरे पास कोई जवाब नहीं है और मैं जवाब भी नहीं दूंगा)
राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत ने ट्र्म्प द्वारा ईरान को पत्र भेजे जाने के बारे में कहा है कि अभी तक इस प्रकार का कोई पत्र हमें नहीं मिला है। MM