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Monday, 16 June 2025

मध्य पूर्व में इज़राइल की आबादी जितने भारतीय कामगार: युद्ध का साया, रेस्क्यू की चुनौती

मध्य पूर्व में इज़राइल की आबादी जितने भारतीय कामगार: युद्ध का साया, रेस्क्यू की चुनौती
मध्य पूर्व में इज़राइल-ईरान तनाव के बीच करीब 80 लाख भारतीय कामगार, जो इज़राइल की कुल आबादी (लगभग 90 लाख) के बराबर हैं, खतरे में हैं। ये कामगार खाड़ी देशों, इज़राइल और ईरान में निर्माण, तेल, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं। युद्ध के फैलने पर भारत के लिए इतनी बड़ी संख्या में रेस्क्यू ऑपरेशन अभूतपूर्व चुनौती होगा। 

पहले ऑपरेशन राहत (2015, यमन) जैसे बचाव कार्यों में सफलता मिली, लेकिन अब लाखों लोगों को निकालने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और मजबूत कूटनीति चाहिए। भारत में रोज़गार की कमी ने इन कामगारों को जोखिम भरे क्षेत्रों में जाने को मजबूर किया। बेरोज़गारी दर (2023-24 में 10% से अधिक) इस पलायन का बड़ा कारण है। 

भारत को रेस्क्यू योजना, रोज़गार सृजन, और शांति कूटनीति पर ध्यान देना होगा। तेल की कीमतों में उछाल से निपटने के लिए वैकल्पिक ऊर्जा और तेल भंडार भी ज़रूरी हैं। यह संकट भारत के लिए नागरिकों की सुरक्षा और आर्थिक नीतियों पर पुनर्विचार का मौका है।