यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन के नेता अब्दुलमलिक हूसी ने 21 सितंबर की क्रांति की वर्षगांठ पर दिए गए भाषण में कहा: इज़राइली दुश्मन इस्लामी उम्मत के लिए एक बड़ा ख़तरा है और पश्चिम एशिया क्षेत्र में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा: इज़राइल की साज़िशें केवल ग़ाज़ा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उसकी नज़र फ़ार्स की खाड़ी क्षेत्र के देशों की अपार संपत्तियों पर भी है। क़तर पर हमला सभी इस्लामी देशों, विशेष रूप से फ़ार्स की खाड़ी क्षेत्र के देशों के लिए एक सबक है।
अंसारुल्लाह यमन के नेता: इज़राइल इस्लामी उम्मत के लिए एक बड़ा ख़तरा है