ग़ज़ा/यरूशलेम, 29 अक्टूबर 2025**: इज़राइली सेना (IDF) ने दावा किया है कि मंगलवार को ग़ज़ा पट्टी पर किए गए हवाई हमलों में हमास के कई
स्वतंत्रता सेनानी कमांडर मारे गए हैं। IDF के अनुसार, इन हमलों में 3 बटालियन कमांडर, 2 डिप्टी बटालियन कमांडर और 16 कंपनी कमांडर समेत प्रमुख
स्वतंत्रता सेनानी ढेर हो गए। हालांकि, हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे 'नरसंहार' बताते हुए कहा है कि इन हमलों में 100 से अधिक फ़लस्तीनी शहीद हो चुके हैं, जिनमें 46 मासूम बच्चे और 20 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा, 250 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। यह घटना ग़ज़ा में चल रहे संघर्ष को और तीव्र करने वाली है, जहां इज़राइल '7 अक्टूबर के हमलों' में शामिल
स्वतंत्रता सेनानियों को निशाना बनाने का दावा कर रहा है, जबकि फ़लस्तीनी पक्ष इसे नागरिकों पर हमला बता रहा है।
इज़राइल का दावा: 'सटीक निशाना, सैन्य ढांचे को नुकसान' इज़राइली सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "हमलों में मारे गए लोगों में 3 बटालियन कमांडर, 2 डिप्टी बटालियन कमांडर और 16 कंपनी कमांडर समेत कई प्रमुख हमास के स्वतंत्रता सेनानी शामिल हैं।" बयान के मुताबिक, इन हवाई हमलों में निगरानी चौकियां, हथियार निर्माण गोदाम, लॉन्च पोस्ट, भूमिगत सुरंगें और मोर्टार दागने की चौकियां निशाना बनाई गईं। IDF ने जोर देकर कहा कि ये कार्रवाइयां '7 अक्टूबर 2023 के जनसंहार' में शामिल हमास के
स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ हैं। इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, ये हमले 'सुरक्षा सुनिश्चित करने' के लिए ज़रूरी थे।
फ़लस्तीनी पक्ष का दर्द: 'बच्चों और महिलाओं का कत्लेआम' हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने हमलों को 'क्रूर नरसंहार' करार दिया है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "इन हमलों में 100 से अधिक फ़लस्तीनी शहीद हो चुके हैं, जिनमें 46 बच्चे और 20 महिलाएं शामिल हैं।" फ़लस्तीनी अधिकारियों ने इज़राइल पर 'युद्ध अपराध' का आरोप लगाया है। ग़ज़ा के निवासियों के अनुसार, ये हमले घनी आबादी वाले इलाकों में किए गए। एक फ़लस्तीनी डॉक्टर ने बताया, "हमारे अस्पताल मौतों से भरे पड़े हैं। बच्चे और महिलाएं, जो कभी हथियार नहीं छूते, वे क्यों निशाना?"
ग़ज़ा संघर्ष का नया मोड़ यह हमला 7 अक्टूबर 2023 के हमास के हमले के बाद चल रहे युद्ध का हिस्सा है। इज़राइल ने जवाब में ग़ज़ा पर बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए, जिसमें 70,000 से अधिक फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं। हाल ही में युद्धविराम की कोशिशें टूट चुकी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इज़राइल हमास के सैन्य ढांचे को कमजोर करने पर जोर दे रहा है, लेकिन नागरिक हताहतों की संख्या बढ़ रही है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: चिंता और मध्यस्थता की मांग संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने हमलों की निंदा की है और 'तत्काल युद्धविराम' की मांग की है। मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा, "ये हमले अनुपातहीन हैं और बच्चों की मौतें अस्वीकार्य हैं।" मिस्र और कतर जैसे देश मध्यस्थता की कोशिश कर रहे हैं।
संपादक: @NayaniSajjadali