Breaking

यमन ने सऊदी अरब के सामने रखी अजीब शर्त, यमनियों की जाल में फंसा रियाज़...

Tuesday, 28 October 2025

गज़ा पर हमलों में इजरायली सेना की मदद कर रही अमेज़न – क्लाउड सेवाओं से हथियार कंपनियों को मजबूती!

गज़ा पर हमलों में इजरायली सेना की मदद कर रही अमेज़न – क्लाउड सेवाओं से हथियार कंपनियों को मजबूती!

नई दिल्ली:
अमेज़न: सिर्फ पैसा, कोई मानवता नहीं! अमेज़न एक घटिया फ्रॉड और सांप्रदायिक मानसिकता वाली कंपनी है। उसे कोई मरे या जीए, सिर्फ पैसों से मतलब है। आज आर्थिक मदद इजरायल से मिल रही है तो इजरायल के साथ खड़ी है, कल अगर कोई और पक्ष दे तो उसके साथ हो जाएगी। यह दोहरा चरित्र अमेज़न की असलियत उजागर करता है – लाभ के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार। गज़ा में हो रहे नरसंहार में अमेज़न की तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, फिर भी कंपनी चुप्पी साधे बैठी है। यह खुलासा वैश्विक स्तर पर बहिष्कार अभियानों को और तेज करेगा। फिलिस्तीन समर्थक संगठन पहले से अमेज़न का बॉयकॉट कर रहे हैं, अब यह रिपोर्ट नई आग में घी डालेगी। क्या अमेज़न अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करेगी या पैसों की भूख में इंसानियत को कुचलती रहेगी?

 अमेरिकी जांच पत्रिका 'द इंटरसेप्ट' की ताजा रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया है कि दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न इजरायली सेना के गज़ा पट्टी पर सैन्य अभियानों में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल है। अमेज़न की क्लाउड सर्विसेज (AWS) इजरायली हथियार निर्माता कंपनियों को तकनीकी सहायता प्रदान कर रही हैं, जो सीधे तौर पर युद्धक गतिविधियों को सपोर्ट कर रही हैं। यह सहयोग इजरायल की रक्षा मंत्रालय से जुड़े ठेकों के जरिए हो रहा है, जहां अमेज़न की सेवाएं डेटा स्टोरेज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सिक्योरिटी में इस्तेमाल की जा रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़न ने इजरायली सरकार के साथ 1.2 बिलियन डॉलर का 'प्रोजेक्ट निंबस' समझौता किया है, जिसमें गूगल भी शामिल है। यह प्रोजेक्ट इजरायली सेना और सरकारी एजेंसियों को क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराता है। विशेष रूप से, इजरायल की प्रमुख हथियार कंपनियां जैसे एल्बिट सिस्टम्स और राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स अमेज़न की सेवाओं का उपयोग ड्रोन, मिसाइल गाइडेंस और सर्विलांस सिस्टम विकसित करने में कर रही हैं। ये तकनीकें गज़ा में चल रहे सैन्य ऑपरेशनों में सीधे योगदान दे रही हैं, जहां हजारों नागरिक मारे जा चुके हैं। 'द इंटरसेप्ट' के शोधकर्ताओं ने दस्तावेजों और इंटरव्यू के आधार पर पता लगाया कि अमेज़न के कर्मचारी इस सहयोग से असहज हैं। कई कर्मियों ने कंपनी के अंदर विरोध दर्ज किया, लेकिन अमेज़न ने इसे 'व्यावसायिक संबंध' बताकर खारिज कर दिया। कंपनी का कहना है कि वह किसी भी ग्राहक की सेवाएं प्रदान करती है, बशर्ते कानूनी ढांचे का पालन हो। लेकिन आलोचक इसे नैतिक दिवालियापन बता रहे हैं। 

अमेज़न: सिर्फ पैसा, कोई मानवता नहीं! अमेज़न एक घटिया फ्रॉड और सांप्रदायिक मानसिकता वाली कंपनी है। उसे कोई मरे या जीए, सिर्फ पैसों से मतलब है। आज आर्थिक मदद इजरायल से मिल रही है तो इजरायल के साथ खड़ी है, कल अगर कोई और पक्ष दे तो उसके साथ हो जाएगी। यह दोहरा चरित्र अमेज़न की असलियत उजागर करता है – लाभ के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार। गज़ा में हो रहे नरसंहार में अमेज़न की तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, फिर भी कंपनी चुप्पी साधे बैठी है। यह खुलासा वैश्विक स्तर पर बहिष्कार अभियानों को और तेज करेगा। फिलिस्तीन समर्थक संगठन पहले से अमेज़न का बॉयकॉट कर रहे हैं, अब यह रिपोर्ट नई आग में घी डालेगी। क्या अमेज़न अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करेगी या पैसों की भूख में इंसानियत को कुचलती रहेगी?